राजकीय महाविद्यालय कंवघाटी कोटद्वार में देव भूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत संचालित 12 दिवसीय ई डीपी के तृतीय दिवस के प्रथम व द्वितीय सत्र में देवभूमि उद्यमिता योजना के नोडल अधिकारी डॉ विनय देवलाल द्वारा छात्र-छात्राओं को व्यवसाय के अवसर खोजना तथा उनका विश्लेषण एवं विदोहन करने संबंधित जानकारियां विस्तार पूर्वक दी गईं।
डॉ0 विनय देवलाल ने व्यवसायों की पहचान हेतु आवश्यक अनुसंधान व सभी प्रक्रियाओं पर पूर्व विचार व मंथन करने तथा सर्वेक्षण कर साक्षात्कार और फोकस क्षेत्र का अध्ययन कैसे करें संबंधित समस्त जानकारियां प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को दी।
उन्होंने प्रतिभागियों को अवसरों को पहचानने संबंधी आवश्यक सुझाव भी साझा किये। डॉ विनय देवलाल ने प्रतिभागियों को नवाचार आधारित उत्पादन या सेवाओं को कैसे विकसित करें के विषय में महत्वपूर्ण टिप्स दिए।
उन्होंने कहा कि नव प्रवर्तन हेतु एक उद्यमी को ग्राहक व बाजार की इच्छाओं व जरूरत को समझना अति आवश्यक है । कार्यक्रम की तृतीय सत्र में श्री कमल सिंह रावत जी द्वारा कृषि क्षेत्र व जीएसटी विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया कमल सिंह रावत द्वारा कृषि के क्षेत्र में व्यवसाय के अनेकों अवसरों के विषय में बताया गया।
उन्होंने अपने व्याख्यान में मियाजाकी आम के उत्पादन पोल्ट्री फार्मिंग उन्नत बीज उत्पादन आदि व्यापारिक कृषि के विषय में स्वयं के अनुभव का उदाहरण देकर समझाया तथा कृषि में अनेकों किस्म के बीजों की प्रजातियां विकसित कर उनके उत्पादन के विषय में भी बताया ।
उन्होंने जीएसटी पंजीकरण की प्रक्रिया ,अनुपालन, दंड व प्रावधान आदि के विषय में विस्तार से बताया।
कार्यक्रम की चतुर्थ सत्र में विशेषज्ञ श्री सिद्धार्थ रावत द्वारा छात्र-छात्राओं का साइकोमेट्रिक टेस्ट व एक्टिविटी के माध्यम से उपलब्धि प्रेरणा प्रशिक्षण किया गया तथा अपना स्वयं का आत्म मूल्यांकन कर प्रतिभागियों को स्वयं की मानसिक क्षमता और कौशल क्षमता का प्रशिक्षण करने व समझने संबंधित जानकारी दी।
इस अवसर पर महाविद्यालय की देवभूमि उद्यमिता योजना सदस्य डॉ0 उषा सिंह वी श्री आशीष धीमान आदि उपस्थित रहे।