आज दिनांक18नवंबर2022 को राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ के कंप्यूटर सभागार में नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ़ इंडिया पर एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया ।

कार्यशाला में महाविद्यालय के एनडीएलआई क्लब की अध्यक्ष डॉ रजनी लस्याल ने बताया कि डिजिटल लाइब्रेरी में विभिन्न भाषाओं की बहुत सारी किताबें मौजूद है , लाइब्रेरी का मुख्य उद्देश्य भारत के प्रत्येक व्यक्ति तक ज्ञान पहुंचाना है।

इसी क्रम में एनडीएलआई के एग्जीक्यूटिव मेंबर डॉक्टर आलोक बिजलवान ने बताया कि भारत सरकार का उद्देश्य भारत को डिजिटल इंडिया बनाना है और किसी भी ज्ञान को प्राप्त करने के लिए किताबों की जरूरत पड़ती है लेकिन बहुत सी किताबें महाविद्यालय में उपलब्ध नहीं होती ,क्योंकि कई किताबें बहुत महंगी होती है जिसको आसान बनाने का कार्य आईआईटी खड़कपुर ने डिजिटल लाइब्रेरी का निर्माण करके किया है ।

इसके अलावा उन्होंने एनडीएलआई के बारे में विस्तार पूर्वक बताया कि रजिस्ट्रेशन कैसे किया जाता है और एनडीएलआई क्लब का मेंबर कैसे बन सकते हैं। इसी क्रम में एनडीएलआई के संयोजक डॉ दिनेश चंद्र ने बताया कि नेशनल लाइब्रेरी भारत सरकार और आई आईटी खडकपुर द्वारा प्रारंभ किया गया एक सराहनीय कार्य है जिससे कई गरीब छात्र छात्राएं लाभान्वित होते हैं।

बीएससी प्रथम सेम के छात्र जतिन ने अपना अनुभव बताया कि डिजिटल लाइब्रेरी से कैसे जानकारी प्राप्त की जा सकती है और उन्होंने बताया कि इसके माध्यम से मैंने लगभग थोड़े समय में ही कई किताबों का पीडीएफ डाउनलोड किया और इसका मुझे सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुआ।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी ने बताया कि आज छात्र-छात्राओं का सौभाग्य है कि शिक्षण सामग्री हर जगह उपलब्ध है ऐसी सुविधाएं आज से कुछ साल पहले नहीं थी । डिजिटल लाइब्रेरी ज्ञान का एक खजाना है जिससे खोज कर छात्र किसी भी विषय का ज्ञान प्राप्त कर सकता है ।डिजिटल लाइब्रेरी के माध्यम से किसी भी समय आप पढ़ सकते हो । इसको उपयोग में लाना अति आवश्यक जिससे छात्र छात्राएं लाभान्वित हो सके।

कार्यशाला में डॉ विक्रम सिंह पवार, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ कृष्णा डबराल, डॉ खुशपाल, डॉ विनीत कुमार, डॉ अशोक कुमार अग्रवाल, डॉ दीपक धर्मशक्तु, डॉ कुलदीप श्रीमती संगीता थपलियाल, श्री मदन सिंह, श्री जितेंद्र पवार, श्री जयप्रकाश, श्रीमती हिमानी रमोला आदि उपस्थित रहे।

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