आज, दिनाँक 14 नवम्बर, 2024 को ‘बाल दिवस’ के अवसर पर राजकीय महाविद्यालय चुड़ियाला हरिद्वार द्वारा साइबर अपराध से बचाव और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यशाला का आयोजन साइबर अपराध शाखा हरिद्वार के साथ किया गया।
इस कार्यशाला में साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों, छात्रों, उद्यमियों, और आम नागरिकों ने भाग लिया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य लोगों को इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग के प्रति जागरूक करना, साइबर अपराध से बचने के उपाय बताना और आधुनिक डिजिटल युग में निजी जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए ज़रूरी कदमों के बारे में जानकारी देना था।
इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को साइबर अपराध के विभिन्न पहलुओं, जैसे कि फ़िशिंग, मालवेयर, पहचान की चोरी, और सोशल मीडिया सुरक्षा के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही, उन्हें बताया गया कि कैसे ये अपराध हमारे रोज़मर्रा के जीवन को प्रभावित कर सकते हैं और इनसे बचने के लिए कौन-कौन सी सावधानियां बरती जानी चाहिए।
कार्यशाला में IPS अधिकारी श्री जितेन्द्र मेहरा, सहायक पुलिस अधीक्षक साइबर अपराध, तथा उनकी टीम के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों, ने साइबर अपराध के कारणों, प्रकारों और उनसे बचाव के तरीकों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आज के डिजिटल युग में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं और हम सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।
उन्होंने यह भी समझाया कि कैसे मजबूत पासवर्ड बनाना, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करना, और संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचना हमारी ऑनलाइन सुरक्षा को मजबूत कर सकता है।
श्री जितेंद्र मेहरा जी ने बताया, “हमारा उद्देश्य समाज को साइबर सुरक्षा के प्रति सजग बनाना है ताकि लोग डिजिटल माध्यमों का सुरक्षित तरीके से उपयोग कर सकें। इस कार्यशाला से नागरिकों में साइबर सुरक्षा को लेकर नई जागरूकता आएगी।”
इस कार्यशाला के दौरान प्रश्न-उत्तर सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने अपने सवाल पूछे और विशेषज्ञों से साइबर सुरक्षा से संबंधित विभिन्न शंकाओं का समाधान प्राप्त किया। इस पहल से समाज में साइबर अपराधों के खिलाफ एक नई समझ और जागरूकता का प्रसार होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो0 डॉ0 रामअवतार सिंह जी ने किया तथा कार्यक्रम का संचालन डॉ लक्ष्मी मनराल द्वारा किया गया।