कल दिनांक 09- 09- 2024 को राजकीय महाविद्यालय नैनबाग की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने एक दिवसीय शिविर का आयोजन कर हिमालय दिवस को मनाया ।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर दिनेश चंद्र ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हिमालय हिंदुस्तान का मुकुट है यह हिंदुस्तान की आन, बान और शान है परंतु दुर्भाग्य वश इसका वर्चस्व हम मानवों के द्वारा किए जा रहे क्रियाकलापो के परिणाम स्वरूप खतरे में पड़ रहा है।
हिमालय पर पडने वाला यह खतरा टल जाए इसके लिए हमने हिमालय की सुरक्षा के लिए, हिमालय को बचाने के लिए हिमालय दिवस को मनाने का संकल्प लिया है | डॉ दिनेश चंद्र ने कहा कि किस प्रकार से मानव के द्वारा उत्सर्जित की जाने वाली सबसे घातक गैस क्लोरोफ्लोरोकार्बन हिमालय को क्षति पहुंचा रही है।
उन्होंने कहा कि हमारा वायुमंडल विभिन्न परतों से बना हुआ है जिनमें से एक परत समताप मंडल है और एक परत क्षोभ मडल है समताप मंडल और क्षोभ मंडल के बीच ओजोन की एक परत पाई जाती है यह ओजोन की परत सूर्य से आने वाली पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करती हैं परंतु वर्तमान में मानव के द्वारा की जाने वाली लग्जरी वस्तुओ के प्रयोग के परिणाम स्वरूप निकलने वाली सीएफसी गैस और अन्य क्रियाकलाप इस ओजोन परत को क्षति पहुंचा रहे हैं।
जिसे हमें रोकना होगा साथ ही कार्यक्रम अधिकारी ने महाविद्यालय परिवार को और छात्र-छात्राओं को हिमालय बचाने की शपथ दिला।
इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सुमिता श्रीवास्तव ने छात्र-छात्राओं को अपना आशीर्वचन दिया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के हिंदी विभाग की विभाग अध्यक्ष डॉक्टर मंजू कोगियाल ने भी छात्र-छात्राओं को संबोधित किया| इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।