आज दिनांक 30 अगस्त 2024 को राजकीय महाविद्यालय नैनबाग में युवा सांसद (तरुण सभा) का आयोजन किया गया महाविद्यालय की युवा संसद नोडल अधिकारी डॉ. मधुबाला जुवाँठा ने कार्यक्रम का संचालन किया ।

उन्होंने भारतीय राजनीतिक व्यवस्था में संसदीय परंपरा को अपनाये जाने की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला साथ ही उन्होंने संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा युवाओं को संसदीय प्रक्रियाओं के संबंध में जागरूक करने के उद्देश्य से लाई गई राष्ट्रीय युवा सांसद योजना NYPS के संबंध में विस्तृत जानकारी दी ।

युवा संसद में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने युवा सांसदों के रूप में दिए गए दायित्व का सफलतापूर्वक निर्वहन किया । लोकसभा अध्यक्ष की भूमिका में सिमरन नौटियाल ने सदन की कार्यवाही का शुभारंभ किया सर्वप्रथम उन्होंने अपने शोक संदेश में इसरो की साइंटिस्ट एन.वलारमति को श्रद्धांजलि अर्पित की इसके पश्चात सदन के नेता कपिल ने भारत के तकनीकी सशक्तिकरण में स्वर्गीय वलारमति के योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

इसके पश्चात विभिन्न मंत्रालयों शिक्षा मंत्रालय, किसान कल्याण मंत्रालय, सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय एवं विद्युत मंत्रालय के मंत्रियों द्वारा पद एवं गोपनीयता की शपथ ली गई शपथ के पश्चात अध्यक्ष की ओर से प्रश्न काल की घोषणा की गई प्रश्न कल के दौरान युवा संसद में विपक्ष के युवा सांसदों सलोनी, संजय,सुरेश एवं उज्जवल के द्वारा संबंधित मंत्रालयों के मंत्रियों से राष्ट्रीय परीक्षा में पेपर लीक,दिव्यांग जन हेतु योजना,कृषि में फसल बीमा योजना एवं अक्षय ऊर्जा के संबंध में प्रश्न पूछे गये जिनका मंत्रियों द्वारा उत्तर दिया गया ।

युवाओं में नशे की प्रवृत्ति जैसे संवेदनशील मुद्दे पर सदन का ध्यान आकर्षित करने के लिए युवा सांसद अम्बिका ने ध्यान आकर्षण प्रस्ताव प्रस्तुत किया । इसके पश्चात सदन में बैठे सभी सांसदों को धन्यवाद देते हुए लोक सभा अध्य्क्ष ने सदन के समापन की घोषणा की ।

अंत में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सुमिता श्रीवास्तव ने युवा सांसदों को संबोधित एवं उनकी सराहना करते हुए कहा की युवा संसद में आज दर्शक दीर्घा में बैठे हुए उन्हें लग रहा था कि वह वास्तविकता में संसदीय कार्यवाही का हिस्सा बन रही है ।

इसके साथ ही उन्होंने सभी युवा सांसदों को युवा संसद में ड्रेस कोड का पालन करते हुए संसदीय कार्यवाही में सम्मिलित होने के लिए बधाई दी और यह संदेश भी दिया कि यदि युवा संसदीय प्रक्रिया में ड्रेस कोड का पालन किया जाए तो यह एक अच्छी परंपरा होगी ।

अपने संबोधन में प्राचार्य ने नशे की प्रवृत्ति एवं महिलाओं के साथ होने वाले दुष्कर्म एवं उत्पीड़न जैसे संवेदनशील विषयों पर चर्चा करते हुए कहा कि समय- समय सरकारों द्वारा इन संवेदनशील विषयों पर कठोर कानून एवं जागरूकता अभियान अवश्य चलाए जाते हैं जिनके फलस्वरुप इन बुराइयों में कमी तो आती है लेकिन यह पूरी तरह से समाप्त नहीं हो पाते हैं जिसका सबसे बड़ा कारण है समाज के लोगों में इन मुद्दों के प्रति संवेदनहीनता इसलिए आवश्यक है कि समाज का हर व्यक्ति इन मुद्दों की प्रति संवेदनशील हो ताकि इन बुराइयों को समाज से जड़ से समाप्त किया जा सके ।

अंत में प्राचार्य ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए डॉ. जुवाँठा एवं छात्र-छात्राओं को बधाई दी ।

युवा संसद में सचिवालय स्टाफ में साक्षी एवं तनुजा नौटियाल, मीडिया में ऋषिका एवं पलक व मार्शल की भूमिका में मनोज कुमार ने अपना योगदान दिया कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक डॉ. मंजू कोगियाल, डॉ. ब्रिश

कुमार,डॉ.संदीप कुमार,डॉ.चतुर सिंह एवं भुवन डिमरी उपस्थित रहे ।