- महाविद्यालय पाबौ में “विकसित भारत@2047” पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया
राजकीय महाविद्यालय पाबौ, पौड़ी गढ़वाल के स्मार्ट हॉल में 12 नवम्बर, 2025 को वर्तमान समय का ज्वलंत विषय “विकसित भारत @ 2047 के संदर्भ में चुनोतियाँ एवं अवसर” पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन महाविद्यालय के सरंक्षक एवं प्राचार्य प्रोफे. सत्य प्रकाश शर्मा की अध्यक्षता में अर्थशास्त्र विभाग एवं IQAC Cell के संयुक्त तत्वाथान में आयोजित किया गया।
उक्त वेबिनार के वक्ताओं में प्रोफे. संजय कुमार, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय सतपुली, प्रोफे. पुष्पांजलि आर्य, विभागाध्यक्ष, अर्थशास्त्र विभाग पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, ऋषिकेश कैंपस, डॉ. शैलेन्द्र कुमार सिंह, सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र विभाग एवं राज्य नोडल अधिकारी NEP- PMU देहरादून एवं डॉ. विवेक कुमार पाण्डेय, सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र विभाग श्री वृज बिहारी डिग्री कॉलेज कोसी कलांन, मथुरा उत्तर प्रदेश ने अपने व्याख्यान वर्चुअल माध्यम से प्रतिभागियों के साथ अपने विचार रखे
कार्यक्रम का शुभारम्भ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफे शर्मा, राजकीय महाविद्यालय पैठाणी के प्राचार्य प्रोफे. वी. के. अग्रवाल, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय सतपुली प्रोफे. संजय कुमार एवं प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय कल्जीखाल प्रोफे. के. बी. श्रीवास्तव द्वारा द्वीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया।
वेबिनार में सभी प्रतिभागियों एवं अतिथियों का स्वागत एवं विकसित भारत विषय पर सूक्ष्म परिचय राष्ट्रीय वेबिनार के संयोजक डॉ. मुकेश कुमार द्वारा दिया गया।
उक्त वेबिनार में भारत के विभिन्न प्रान्तों से लगभग 120 प्रतिभागी वर्चुअल माध्यम से जुड़े I
सैद्धांतिक सत्र के अपने मुख्य वक्तव्य में प्राचार्य सतपुली प्रोफे. संजय कुमार ने विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये ना केवल आर्थिक क्षेत्र पर बल देने को कहा बल्कि सामाजिक एवं मूलभूत आवश्कताओं की पूर्ति के लक्ष्य को प्राप्त करने की ठोस रणनीति बनाने की बात की I विशिष्ट वक्तव्य में डॉ. शैलेन्द्र कुमार सिंह ने विकसित भारत 2047 के आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु मेड इन इंडिया से मेक इन इंडिया में परिवर्तन, AI तकनीक के प्रयोग से नकारात्मक प्रभाव की तुलना में सकारात्मक प्रभाव में गुणक प्रभाव से रोजगार में वृद्धि एवं भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास की अनेकों अवसरों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराया गया I डॉ. विवेक कुमार पाण्डेय द्वारा विकसित भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने में आने वाली महत्वपूर्ण चुनोतियों के बारे में जानकारी प्रदान की गई जैसे कि जनसँख्या वृद्धि दर का आर्थिक वृद्धि दर से अधिक होना, अनुसन्धान, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं नवाचार पर निवेश की दर में वृद्धि तथा परिणामात्मक एवं गुणात्मक कारकों में भी सुधार की आवश्यकता पर बल दिया
अपने मुख्य वक्तव्य में प्रोफे. पुष्पांजलि आर्य ने इस विषय में किये गए गहन शोध के कुछ प्रमुख तथ्यों को पीपीटी के माध्यम से शेयर किया गया तथा उनके द्वारा भारत एवं साउथ कोरिया के विकास के विभिन्न अवसरों एवं समानताओं का रोल मॉडल के माध्यम से भारत में उसकी संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में महाविद्यालय के सरंक्षक एवं प्राचार्य प्रोफे. शर्मा द्वारा सभी वक्तागणों का आभार व्यक्त किया गया तथा विकसित भारत के लिए सकल घरेलू उत्पाद के साथ प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि, रोजगारपरक शिक्षा, तथा खुशहाल भारत के निर्माण के लिए आवश्यक रणनीति बनाने के लिए कृतसंकल्प होने पर बल दिया।
एक दिवसीय राष्टीय वेबिनार के अंतिम चरण में महाविद्यालय के IQAC नोडल एवं सहायक प्राध्यापक, शिक्षाशास्त्र विभाग डॉ. सौरभ सिंह द्वारा सभी वक्तागणों, प्राचार्य,ऑनलाइन प्लेटफार्म से जुड़े सभी प्रतिभागियों, शोथार्तियों एवं छात्रों का आभार एवं धन्यवाद भाषण प्रेषित किया गया I
उक्त वेबिनार में महाविद्यालय के प्राध्यापकों में डॉ. रजनीवाला, डॉ. गणेश चन्द्र, डॉ. तनुजा रावत डॉ० सुनीता चौहान, डॉ० दीपक कुमार, डॉ. सरिता, डॉ० धनेन्द्र सिंह, डॉ. धर्मेन्द्र सिंह एवं श्री देवराज तथा कर्मचारीयों में श्री महेश सिंह, श्री विजेंद्र विष्ट, श्रीमती सोनी एवं छात्र- छात्रायें उपस्थित रहें I


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