इंदर सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय पौखाल, टिहरी गढ़वाल में एन.एस.एस. इकाई के बैनर तले प्राचार्य डॉ. ए.एन. सिंह के निर्देशन में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस विषयक एक दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
विचार गोष्ठी में अपने विचार रखते हुए डॉ. बी.आर. भद्री ने जनजातीय समाज द्वारा अपनी ऐतिहासिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण हेतु किए गए संघर्ष व देश हित में किए गए बलिदान को स्मरण कराया।
एन.एस.एस. कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अंधरूती शाह राठी ने गोष्ठी के दौरान भगवान बिरसा मुंडा के जन्म से लेकर इनके जीवन की संघर्ष गाथा के बारे में बताया।
उन्होंने बताया कि बिरसा मुंडा जी ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जल, जंगल और जमीन की रक्षा का बिगुल बजाया। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में मुंडा के योगदान के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने 15 नवंबर को बहादुर आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में घोषित किया है।
कार्यक्रम में कॉलेज के शिक्षक और गैर-शिक्षक स्टाफ, साथ ही विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
इस कार्यक्रम में डॉ. बी.आर. भद्री, डॉ. अंधरूती शाह राठी, डॉ. अनुरोध प्रभाकर, श्री राजेंद्र सिंह राणा, छात्र छात्राएं इत्यादि उपस्थित रहे।