आज दिनाँक 29 जून 2024 को महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए. एन.सिंह जी के संरक्षण में महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग की विभागीय परिषद द्वारा राष्ट्रीय सांख्यिकीय दिवस पर एक दिवसीय ऑनलाइन वैबिनार एवं ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम गूगल मीट द्वारा तथा क्विज गूगल फॉर्म द्वारा सम्पन्न कराया गया।

कार्यक्रम का संचालन अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनुरोध प्रभाकर द्वारा किया गया।

वैबिनार मे डॉ. प्रभाकर ने सर्वप्रथम कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. ए. एन. सिंह जी का स्वागत सम्मान किया व 29 जून के महत्व तथा आज के कार्यक्रम के विषय- थीम निर्णय लेने हेतु आंकड़ों का उपयोग से सभी को परिचित व अवगत करवाया।

इसी क्रम में डॉ. प्रभाकर ने बताया कि हर वर्ष 29जून को राष्ट्रीय सांख्यिकीय दिवस (National statistics day) भारत मे सांख्यिकीय विज्ञान के जनक कहे जाने वाले “पद्मविभूषण से अलंकृत प्रो. प्रशांत चंद्र महालनोबिस जी की जयंती के अवसर पर उनके योगदान को समर्पित करते हुए मनाया जाता है।

डॉ. प्रभाकर ने कार्यक्रम के उद्देश्यों , महत्व, सांख्यकी के उपयोग तथा आँकड़ो के बारे में विस्तृत जानकारी को सभी के समक्ष रखा, तथा *निर्णय लेने हेतु आंकड़ों का उपयोग* के महत्व को बताया।

कार्यक्रम मे सम्मिलित हुये प्रतिभागियों मे विशेष अतिथि के रूप मे उपस्थित राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार पौड़ी गढ़वाल के समाजशास्त्र विभाग के विभागअध्यक्ष डॉ. संदीप कुमार जी ने वैबिनार मे जुड़े सभी प्रतिभागियों को राष्ट्रीय सांख्यिकीय दिवस के उपलक्ष पर एकदिवसीय वैबिनार व क्विज प्रतियोगिता आयोजित किये जाने पर बधाई दी तथा प्रतिभागियों को इस प्रकार आयोजनों से छात्रों पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभावों के बारे मे अवगत करवाया।

इसके पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य जी ने छात्रों को संबोधित करते हुए महालनोबिस जी के जीवन परिचय से छात्रों को अवगत कराया।

प्राचार्य जी ने बताया कि प्रो. प्रशांत चंद्र महालनोबिस का जन्म कोलकाता के कार्नवालिस स्ट्रीट स्थित उनके पैतृक आवास में 29 जून, 1893 को हुआ था, तथा मृत्यु: 28 जून, 1972 को हुई थी । वे प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक एवं सांख्यिकीविद थे। उन्हें दूसरी पंचवर्षीय योजना के अपने मसौदे के कारण जाना जाता है। वे भारत की आज़ादी के पश्चात् नवगठित मंत्रिमंडल के सांख्यिकी सलाहकार बने थे। औद्योगिक उत्पादन की तीव्र बढ़ोतरी के जरिए बेरोज़गारी समाप्त करने के सरकार के प्रमुख उद्देश्य को पूरा करने के लिए उन्होंने योजनाएँ बनाई।

इसी क्रम में प्राचार्य जी ने छात्रों को बताया की व्यापक सामाजिक-आर्थिक आँकड़े उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पीसी महालनोबिस ने 1950 में नेशनल सैम्पल सर्वे की स्थापना की थी. उन्होंने देश में सांख्यिकीय गतिविधियों के समन्वय के लिए केंद्रीय सांख्यिकी संगठन की भी स्थापना की थी, तथा भारत मे जनांकिकीय गणना में तथा कई विकास योजनाओं में प्रो प्रशांत चंद्र महालनोबिस जी के योगदान को याद पहली बार राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस 29 जून 2007 को मनाया गया था।

वर्ष 2024 में महालनोबिस जी की जयंती को 18वे राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस रूप में मनाया जा रहा है जिसकी थीम *निर्णय लेने हेतु आंकड़ों का उपयोग* है।

अंत मे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ए. ऐन. सिंह जी ने सभी को कार्यक्रम की सफलता की बधाई दी।

दिनाँक 29 जून 2024 कोआयोजित ऑनलाइन क्विज के परिणाम अनुसार- कोमल पुत्री श्री सोहन सिंह, सविता पुत्री श्री देवेश्वर प्रसाद, तथा टीना पुत्री श्री बिजेंद्र सिंह से सयुंक्त रूप से 50 – 50 अंक प्राप्त कर प्रतियोगिता मे प्रथम स्थान प्राप्त किया वहीं श्रुती पुत्री श्री सुन्दर लाल,खुशबु पुत्री श्री भोला, दीक्षांत पुत्री श्री राजेश शुक्ला, एवं गीतांजलि ने 45-45 अंक प्राप्त कर प्रतियोगिता मे द्वितीय स्थान प्राप्त किया प्रतियोगिता मे 35 अंक प्राप्त कर सुहानी पुत्री श्री राकेश सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विभागीय परिषद अर्थशास्त्र विभाग द्वारा सभी विजेताओं को प्रमाण पत्र वितरित किये गये।

कार्यक्रम में प्राध्यापक डॉ. संदीप कुमार, डॉ. बी. आर. बद्री, डॉ. श्याम कुमार, डॉ.एस पी भट्ट , डॉ. अनुरोध प्रभाकर, कर्मचारी श्री राजेन्द्र राणा के अतिरिक्त अन्य छात्र -छात्राएं ऑनलाइन गूगल मीट के द्वारा उपस्थित थे।