उच्च शिक्षा निदेशालय, उत्तराखण्ड के निर्देशानुसार आज राजकीय महाविद्यालय पोखरी (क्वीन) टिहरी के हिंदी विभागीय परिषद् द्वारा एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इस प्रतियोगिता का मुख्य विषय ‘‘केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का परिचय‘‘ रहा।
हिन्दी विभाग प्रभारी डॉ० राम भरोसे ने बताया कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य केन्द्र व उत्तराखण्ड सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं से छात्र-छात्राओं को परिचय कराना है।
प्रतियोगिता का प्रारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ० शशि बाला वर्मा के आशीर्वचन द्वारा किया गया। उन्होंने इस प्रतियोगिता के आयोजन के लिए हिन्दी विभाग को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं विभागों में होने से छात्र-छात्राओं का ज्ञानवर्धन तो होता ही है साथ में उन्हें महविद्यालय में उपस्थित रहने का पूरा पूरा लाभ भी प्राप्त होता है।
हमारी केंद्र व् राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनायें चलाई जा रही हैं, जिनका विद्यार्थियों को ज्ञान होना अतिआवश्यक है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हिन्दी विभाग के प्रभारी डॉ० राम भरोसे द्वारा इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। हिन्दी विभाग द्वारा आयोजित प्रतियोगिता की मूल्याङ्कन समिति श्रीमती सरिता देवी, डॉ० विवेकानंद भट्ट, डॉ० बन्दना सेमवाल, श्रीमती रेखा नेगी ने तत्काल मूल्याङ्कन कर परिणामों से अवगत कराया।
इस प्रतियोगिता में आज प्रथम स्थान कु० पूजा कक्षा बी०ए० प्रथम सेमेस्टर, द्वितीय स्थान कु० सुस्मिता कैंतुरा कक्षा बी०ए० द्वितीय सेमस्टर और तृतीय स्थान कु० काजल कक्षा बी०ए० द्वितीय सेमस्टर ने प्राप्त किया।
सभी विजेताओं को बधाई देते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य, डॉ० राम भरोसे और अन्य शिक्षक साथियों ने इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतियोगियों को हिंदी विभाग की ओर से प्रमाण-पत्र भी भेंट किये गए
डॉ० राम भरोसे द्वारा डॉ० मुकेश सेमवाल और श्री अंकित कुमार का आभार भी व्यक्त किया गया कि उन्होंने इस प्रतियोगिता हेतु कक्ष निरीक्षक के रूप में अपना सहयोग प्रदान किया।
इसके साथ ही महाविद्यालय में आज ‘एन्टी रैगिंग दिवस‘ भी मनाया गया। इस विषय की गम्भीरता और संवेदशीलता को देखते हुए महाविद्यालय के ‘एंटी रैगिंग सेल‘ प्रभारी डॉ० राम भरोसे द्वारा महाविद्यालय सभागार में ‘रैगिंग एक दण्डनीय अपराध‘ विषयक एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ० शशि बाला वर्मा द्वारा इस संगोष्ठी का शुभारम्भ किया गया. उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे उच्च शिक्षण संस्थाओं में रैगिंग की घटनाएँ आज भी हो रही हैं, जो कि बहुत खेद और दुःख की बात है. रैगिंग रोकने के कई नियम कानून बन जाने के बाद भी यह अभिशाप उच्च शिक्षण संस्थाओं में आज भी बना हुआ है. हमें इसके प्रति सजग रहना होगा और तमाम तरह के प्रयास करने होंगे, जिससे रैगिंग को होने से रोका जा सके. साथ ही प्राचार्य महोदया डॉ० शशि बाला वर्मा द्वारा समस्त छात्र-छात्राओं को एंटी रैगिंग संबंधी शपथ भी दिलाई गयी।
एंटी रैगिंग सेल के नोडल अधिकारी डॉ० राम भरोसे ने प्रोजेक्टर के माध्यम से स्लाइड शो दिखाकर रैगिंग के विषय में विस्तृत जानकारी सभागार में उपस्थित सभी को उपलब्ध करायी. छात्र-छात्राओं को ध्यान में रखते हुए उन्होंने बताया कि ‘‘रैगिंग एक दण्डनीय अपराध है‘‘ और रैगिंग के अन्तर्गत कोई भी छात्र-छात्रा संलिप्त पाया जाता है तो सभी वर्गों और शैक्षिक विशेषाधिकारों में भाग लेने पर निष्कासन, छात्रवृत्ति/रोकना, वापिस/फैलोशिप और अन्य लाभ, किसी भी परीक्षा/परीक्षा की मूल्यांकन प्रक्रिया में प्रदर्शित होने से रोकना, परीक्षा के परिणामों को रोक लेना इत्यादि कार्यवाहियों का प्रावधान है साथ ही यदि कोई इस तरह के कृत्य करता पाया जाता है तो उसके विरुद्ध क़ानूनी कार्यवाही भी की जाती है. इस संगोष्ठी में डॉ० विवेकानंद भट्ट ने भी रैगिंग के विषय में अपनी बात रखी।
आज के उक्त दोनों कार्यक्रमों में महाविद्यालय के श्रीमती सरिता देवी, डॉ० मुकेश सेमवाल, डॉ० बंदना सेमवाल, डॉ० विवेकानंद भट्ट, श्रीमती रचना राणा, श्रीमती रेखा नेगी, श्री अंकित कुमार, कु० अमिता, श्री नरेश रावत, श्री दीवान, श्रीमती सुनीता, श्री राजेद्र प्रसाद आदि ने अपनी सक्रिय भूमिका अदा की. साथ ही महाविद्यालय के अधिकांश छात्र-छात्राएं उपेन्द्र, मनीषा, रितिका, काजल, नरेंद्र, मनीष, प्रदीप, अंजना, पूजा, अंजलि, काजल, पूजा, प्रियंका, दीपिका,लक्ष्मी, शालिनी लता, नेहा, कृष्णा, सुस्मिता, निधि, पूनम, सुमन, प्रीति आदि बच्चे उपस्थित रहे।