उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश में चल रही एम.एस.सी.पर्यावरण विज्ञान विषय की कार्यशाला के दौरान शिक्षार्थियों के लिए शैक्षिक भ्रमण आयोजित किया गया।

कार्यशाला के समन्वयक डॉ. जी. के. ढींगरा ने बताया कि आज दिनांक 15. 07.2024 को पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन हरिद्वार एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार का शैक्षणिक भ्रमण आयोजित किया गया जिसमें लगभग 40 शिक्षार्थियों ने प्रतिभाग किया।

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय पर्यावरण विज्ञान के सहायक प्राध्यापक डॉ. बीना तिवारी फुलरा ने बताया का शिक्षार्थियों को विस्तृत जानकारी दी गई जिसमें पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन हरिद्वार में हर्बल गार्डन का भ्रमण कराया गया जिसमें विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधों पर किए जा रहे विभिन्न अनुसंधान के बारे में शिक्षार्थियों को जानकारी दी गई गया।

इस यात्रा का उद्देश्य छात्रों को पारंपरिक चिकित्सा के विविध पहलुओं, औषधीय पौधों के संरक्षण और टिकाऊ प्रथाओं से परिचित कराना था।

इस दौरान डॉ. प्रशांत द्वारा द्वारा शिक्षार्थियों का स्वागत करते हुए पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन के क्रियाकलाप के विषय में बताया गया।

शिक्षार्थियों को 900 से अधिक औषधीय पौधों और पेड़ों से परिचित कराया गया। विशेष रूप से, स्वागत क्षेत्र में जीवाश्म ईंधन के रूप में लकड़ी की एक प्रदर्शनी प्रदर्शित की गई, जिसमें इसके ऐतिहासिक महत्व और प्रभाव पर प्रकाश डाला गया।

केंद्र के एक अनुभवी शोधकर्ता श्री मुकुल कुमार ने आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में निहित विभिन्न उपचार पद्धतियों पर प्रकाश डाला। श्री कुमार ने मानव रोगों के उपचार में पौधों के विशिष्ट उपयोगों के बारे में भी विस्तार से बताया और उनके चिकित्सीय अनुप्रयोगों के बारे में जानकारी प्रदान की।

भ्रमण के द्वितीय चरण में शिक्षार्थियों को देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार का भ्रमण कराया गया। जिसमें शिक्षर्थिओं को विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग, हस्तनिर्मित कागज यूनिट, विभिन्न मसाले की प्रोसेसिंग यूनिट, सूतीवस्त्र निर्माण यूनिट, जैविक खेती आदि का भ्रमण कराया गया।

अन्त में‌ डॉ. बीना तिवारी फुलारा द्वारा विश्वविद्यालय‌ की ओर से सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस दौरान डॉ. कृष्ण कुमार टम्टा एवं श्री यावेंद्र शर्मा आदि का विशेष सहयोग रहा।