यूपी: गोरखपुर की अदालत की गेट पर शुक्रवार की दोपहर को रेप (Rape) की शिकार हुई एक नाबालिग बच्ची के पिता ने जमानत पर आए आरोपी दिलशाद हुसैन की गोली मारकर हत्या (Murder) कर दी। आरोपी मुकदमे की पहली तारीख पर पेशी के लिए गोरखपुर आया हुआ था।

दुष्कर्म के अभियुक्त की हत्या करने के आरोपी पिता ने पुलिस को यह बयान दिया है ‘मुझे दिलशाद की हत्या करने का कोई पछतावा नहीं है। घुट-घुटकर जीने से अच्छा है जेल में रहना। फांसी चढ़ जाना।’ उसने दावा किया कि समाज के ताने और दिलशाद की हरकतों से आजिज आकर यह कदम उठाया।

जानकारी के अनुसार, पुलिस ने हत्यारोपी दुष्कर्म पीड़िता के पिता का बयान दर्ज किया है। बयान के मुताबिक, हत्यारोपी ने कहा है कि समाज के ताने सुन-सुनकर वह इतना परेशान हो गया था कि आत्महत्या करने की सोचने लगा था। इस बीच जमानत पर छूटे दिलशाद की हरकतों ने मेरी परेशानी को गुस्से में बदल दिया। खुदकुशी करने से परिवार का भविष्य खराब होने के डर से इरादा बदल दिया। सोचा क्यों न परेशानी की वजह को ही जड़ से खत्म कर दिया जाए और उसकी हत्या कर दी।

हत्यारोपी ने बताया कि एक समय था कि घर में कोई काम पड़ने पर दिलशाद मदद करता था, लेकिन समय के साथ उसके तौर तरीके बिगड़ते गए। दिलशाद उसके घर के सामने ही पंचर की दुकान लगाता था। उसे समझाया और डांटा भी। इसके बाद वह दुकान बंद कर गोला जाकर काम करने लगा था। लेकिन, उसकी हरकतों में सुधार नहीं आया। एक दिन बेटी कॉलेज से घर आ रही थी, तभी उसे जबरन लेकर हैदराबाद चला गया। पुलिस ने छह दिन बाद केस दर्ज किया था।

नाबालिग लड़की हिंदू थी। आरोपी ने धर्म छुपाकर नजदीकी बढ़ाई थी।

पुलिस की जांच में पता चला है कि दिलशाद नाबालिग को बड़हलगंज से हैदराबाद ले जाने के लिए हवाई जहाज का इस्तेमाल किया था। वह एयर टिकट लेकर आया था, फिर किशोरी को बहला कर लखनऊ ले गया था। वहां से हवाई जहाज से हैदराबाद गया था। यही वजह थी कि कई दिनों तक, पुलिस कोई सुराग नहीं लगा सकी थी। बाद में पिता ने ही पुलिस को बताया था। पुलिस के साथ हैदराबाद भी गया था। हैदराबाद में दिलशाद जहां पर रहता था, वहां से उसे पकड़ने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। स्थानीय लोगों से पुलिस घिर गई थी। इसके बाद हैदराबाद पुलिस की मदद से बड़हलगंज पुलिस, आरोपी को पकड़ पाई थी।