परमहंस योगानन्द द्वारा स्थापित योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ इंडिया की योगदा मंडली हरिद्वार के तत्वावधान में एक दिवसीय साधना शिविर का आयोजन इंटरनेशनल क्लब बी एच ई एल में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की देख रेख कर रहे योगदा ध्यान मंडली हरिद्वार के संयोजक डॉ. राजीव कुमार शर्मा ने बताया कि शिविर में हरिद्वार के अतिरिक्त विभिन्न स्थानों देहरादून, सहारनपुर, रुड़की ,ऋषिकेश चंडीगढ़ से 100से अधिक योगदा भक्तों ने भाग लिया।
योगदा के वरिष्ठ सन्यासी स्वामी सदानंद और ब्रह्मचारी सौम्यानन्द ने शिविर के प्रतिभागियों को परमहंस द्वारा सिखाई गई ध्यान की वैज्ञानिक प्रविधियों को विस्तार से बताया और प्रशिक्षण दिया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वामी जी ने शक्ति संचार व्यायाम कराए। ब्रह्चारी सौम्यानन्द ने बताया कि इन व्यायामों को स्वयं गुरुदेव परमहंस योगानन्द ने डिज़ाइन किया है। ये सामान्य व्यायाम नहीं है,बल्कि इनको करने से शरीर, मन और आत्मा उन्नत स्थिति में जाते हैं।स्वामी सदानंद ने एकाग्रता की हंसः प्रविधि को विस्तार से भक्तों को समझाया उन्होंने गहरे ध्यान के लिए हंसः प्रविधि के महत्व को विस्तार से बताया।
ब्रह्मचारी सौम्यानन्द ने अपने व्याख्यान में ओम साधना पर प्रकाश डाला।योगदा पाठमाला में वर्णित ओम प्रविधि को ब्रह्चारी जी ने विस्तार में बताया और ओम के गूढ़ रहस्यों को खोला। अंत में स्वामी सौम्यानन्द ने ईश्वर प्राप्ति के लिए गुरु भक्ति और गुरू के प्रति पूर्ण समर्पण पर व्याख्यान दिया।
कार्यक्रमो के सफल आयोजन में प्रवीण तिवारी, संतोष चक्रधर , डॉक्टर कुमुद गर्ग , कर्नल चक्रधर व अमित आदि कार्य कर्ताओं का विशेष योगदान रहा ।शिविर के समापन पर डॉक्टर दीपाली शर्मा ने स्वामी जी व सभी सहभागीयो के प्रति अपना आभार व्यक्त किया।