हरिद्वार के पतंजलि विश्वविद्यालय में सेवाज्ञ संस्थानम् द्वारा आयोजित दो दिवसीय युवा धर्म संसद के द्वितीय दिवस की प्रेरणादायक एवं सारगर्भित व्याख्यानों से प्रारंभ हुई।

समापन सत्र में आचार्य महामण्डेश्वर स्वामी कैलाशनाथ गिरी जी ने कहा धर्म का आधार आस्था और श्रद्धा है तथा जीवन की लीला सेवा में ही समाप्त हो।

आयुर्वेद शिरोमणि आचार्य बालकृष्ण जी कुलपति-पतञ्जलि विश्वविद्यालय- हरिद्वार ने योग से संसार पुनः सुख और समृद्धि को प्राप्त कर सकता है तथा भारत के युवाओं को पुरुषार्थ हेतु सदैव तत्पर रहना चाहिए जिससे यह राष्ट्र अपने वैश्विक उत्तरदायित्व का पालन कर सके।