आज राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में 75वां संविधान दिवस मनाया गया।
संविधान दिवस जिसे राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में भी जाना जाता है भारत में प्रत्येक वर्ष 26 नवंबर को संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में भी राजनीति विज्ञान विभाग एवं महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में 75वें संविधान दिवस पर शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य एवं संरक्षक प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी ने ध्वजारोहण कर संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा एवं निष्ठा की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस कोई साधारण दिन नहीं बल्कि हमारे देश के सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज को याद करने का दिन है और हम सबको अपने मन में यह संकल्प धारण करना चाहिए कि हम इसके पालन और रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहेंगे। इस अवसर पर प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी ने संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ० भीमराव अंबेडकर के योगदान को भी स्मरण किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की कार्यक्रम अधिकारी एवं भौतिक विज्ञान की प्राध्यापिका श्रीमती कृष्णा डबराल ने बताया कि भारत सरकार ने 19 नवंबर 2015 को एक राजपत्र अधिसूचना द्वारा 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया था। इससे पहले इस दिन को कानून दिवस के रूप में मनाया जाता था।
कार्यक्रम के संचालक एवं राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक श्री विनीत कुमार ने कहा कि भारत का संविधान हमारे देश के शासन और नागरिकों के अधिकारों के लिए एक आधारभूत दस्तावेज है। इसमें वे सभी सिद्धांत और मूल्य शामिल है जिन पर हमारा देश आधारित है।
इस अवसर पर महाविद्यालय की डॉ रजनी लस्याल, श्री बृजेश चौहान, श्री खुशपाल, डॉ आराधना सिंह, श्री यशवंत सिंह, डॉ० भूपेश चंद्र पंत, डॉ० सुगंधा वर्मा, डॉ निशी दुबे, कु0 आराधना राठौर, श्रीमती नेहा बिष्ट, श्री आलोक बिजलवान, श्री रामचंद्र नौटियाल, श्री मनोज सिंह बिष्ट, श्रीमती संगीता थपलियाल, श्री मदन सिंह, श्री जितेंद्र सिंह पवार, श्री होशियार सिंह, श्री स्वर्ण सिंह, श्री कौशल सिंह बिष्ट, श्री धनराज सिंह, श्री सुनील गैरोला, श्री संजय कुमार, श्री अमीर सिंह, श्री सुरेश चंद, श्रीमती हिमानी रमोला, श्रीमती विजयलक्ष्मी, श्री नरेश चंद रमोला, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।