चिन्यालीसौड़, 10 सितंबर 2025 :राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में बौद्धिक संपदा अधिकार (Intellectual Property Rights – IPR) विषय पर महाविद्यालय के IPR Cell तथा IQAC के संयुक्त तत्वावधान में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया ।
जिसका उद्देश्य छात्रों एवं शिक्षकों को नवाचार, अनुसंधान और अधिकार संरक्षण के प्रति जागरूक करना था। यह कार्यक्रम उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (UCOST) के अर्थिक सहयोग से संपन्न हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री हिमांशु गोयल, वैज्ञानिक, पेटेंट इनफॉरमेशन सेंटर, UCOST रहे, जिन्होंने IPR के विभिन्न पहलुओं जैसे पेटेंट, ट्रेडमार्क, कॉपीराइट और डिज़ाइन रजिस्ट्रेशन पर विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने छात्रों को बताया कि कैसे IPR नवाचार को प्रोत्साहित करता है और अनुसंधान को व्यावसायिक सफलता में बदलने में सहायक होता है।
कार्यक्रम की रूपरेखा कार्यक्रम एवं IPR Cell के संयोजक डॉ. अशोक कुमार अग्रवाल ने प्रस्तुत की। उन्होंने मुख्य वक्ता का परिचय देते हुए IPR सेल की गतिविधियों और इसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के व्याख्यान छात्रों को शोध एवं नवाचार की ओर प्रेरित करते हैं।
महाविद्यालय के प्राचार्य एवं कार्यक्रम अध्यक्ष प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी ने अपने संबोधन में कहा कि बौद्धिक संपदा अधिकार आज के ज्ञान आधारित युग में अत्यंत आवश्यक हैं। साहित्य और सोशल मीडिया के क्षेत्र में अक्सर चोरी अथवा गलत उपयोग की घटनाएं देखने को मिलती हैं किंतु कॉपीराइट के माध्यम से हम उनको अपने अधिकार के साथ सुरक्षित कर सकते हैं।
उन्होंने विशेषकर हिन्दी में व्याख्यान देने के लिए मुख्य वक्ता श्री हिमांशु गोयल जी को धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने बताया कि संस्थान भविष्य में भी ऐसे शैक्षणिक आयोजन करता रहेगा।
कार्यक्रम को हाइब्रिड रूप में संचालित किया गया। इस दौरान डॉ किशोर सिंह चौहान, डॉ रजनी चमोली, डॉ बृजेश चौहान, डॉ विनीत कुमार, डॉ खुशपाल, डॉ यशवंत सिंह, डॉ भूपेश चंद्र पंत, डॉ सुगंधा वर्मा, डॉ निशि दुबे, डॉ प्रभात कुमार सिंह, डॉ आराधना राठौर, डॉ नेहा बिष्ट, डॉ मंजू पांडे, डॉ आलोक बिजल्वाण, डॉ मनोज सिंह बिष्ट, डॉ प्रभदीप सिंह, श्री स्वर्ण सिंह, श्री मदन सिंह, श्री रोशन लाल, श्री होशियार सिंह, श्री जय प्रकाश भट्ट, श्री सुनील गैरोला, श्री अमीर सिंह चौहान, श्री सुनील रमोला, श्री नरेश रमोला, श्री कौशल सिंह बिष्ट, श्री धनराज सिंह बिष्ट, श्रीमती हिमानी रमोला, श्रीमती विजय लक्ष्मी एवं बड़ी संख्या में विज्ञान संकाय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।