November 24, 2025

Naval Times News

निष्पक्ष कलम की निष्पक्ष आवाज

महाविद्यालय तालेड़ा में महान जननायक और आदिवासी समुदाय के अमर क्रांतिकारी बिरसा मुंडा की जयंती को बड़े उत्साह व श्रद्धा से मनाया गया

राजकीय महाविद्यालय तालेड़ा में शनिवार को महान जननायक और आदिवासी समुदाय के अमर क्रांतिकारी भगवान बिरसा मुंडा की जयंती बड़े उत्साह, श्रद्धा और गरिमामय वातावरण में मनाई गई।

समारोह की औपचारिक शुरुआत सामूहिक ‘वंदे मातरम्’ के वाचन से हुई, जिसने पूरे वातावरण को ऊर्जावान, प्रेरक और राष्ट्रभक्ति की भावनाओं से परिपूर्ण कर दिया। मां सरस्वती तथा बिरसा मुंडा के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ ही कार्यक्रम आरंभ हुआ।

इस अवसर पर आयोजित व्याख्यानमाला में मुख्य अतिथि डॉ. अरविंद सक्सेना और डॉ. एस. एल. नागौरी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। दोनों विद्वानों ने बिरसा मुंडा के जीवन-संघर्ष, उनके सामाजिक, धार्मिक सुधार आंदोलन, ‘उलगुलान’ (महाआंदोलन) के ऐतिहासिक महत्व तथा स्वाधीनता संग्राम में उनके अमिट योगदान पर विस्तृत विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा ने जल, जंगल और जमीन के अधिकारों की रक्षा के लिए जो लड़ाई लड़ी, वह आज भी आदिवासी समुदाय और देश के लिए प्रेरणास्रोत है। वक्ताओं ने युवाओं से आह्वान किया कि वे बिरसा मुंडा की त्याग, साहस और राष्ट्रनिष्ठा से प्रेरणा लेकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन के लिए आगे आएं।
कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय की संकाय सदस्य डॉ. नेहा प्रधान ने अत्यंत प्रभावी और सुव्यवस्थित ढंग से किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बिरसा मुंडा केवल एक स्वतंत्रता सेनानी ही नहीं, बल्कि एक महान समाज-सुधारक, युवा नेतृत्वकर्ता और आध्यात्मिक मार्गदर्शक भी थे, जिनकी शिक्षाएँ आज भी प्रासंगिक हैं।
अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ.बृजकिशोर शर्मा ने सभी को बिरसा मुंडा के आदर्शों परिश्रम, सत्य, साहस, स्वाभिमान और सामाजिक न्याय को जीवन में अपनाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे महापुरुषों के जीवन से सीख लेकर ही युवा पीढ़ी देश के उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर सकती है।
पूरे दिन महाविद्यालय परिसर में उत्साह, प्रेरणा और सांस्कृतिक गौरव का विशेष वातावरण बना रहा तथा जयंती समारोह सभी के लिए एक स्मरणीय और प्रेरक अनुभव बन गया।

About The Author