राजकीय महाविद्यालय पाबौ में चल रहे 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम का आज सफलतापूर्वक समापन हो गया।

उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के सहयोग से 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम के समापन पर डॉ० धनेन्द्र पँवार द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० सत्य प्रकाश शर्मा , सभी सम्मानित प्राध्यापक, महाविद्यालय कोऑर्डनैटर प्रियंका खकंरियाल, उपस्थित सभी प्रतिभागियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया।

मंचासीन प्राचार्य के साथ महाविद्यालय कोऑर्डनैटर प्रियंका खकंरियाल एवं महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों ने दीप प्रज्वलित कर इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।

महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ० धर्मेन्द्र सिंह संस्कृत विभाग ने उद्यमिता विकास कार्यक्रम में अपने मधुर कंठक से मंगलाचरण गीत गाया जिसने उद्यमिता कार्यक्रम मे उपस्थित सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्रा साक्षी बीए 6 सेमे० द्वारा एकल गीत की प्रस्तुत किया जिससे उपस्थित सभी को आनंदित किया एवं महाविद्यालय की छात्रा अनुजा एवं सिमरन बीए 2 सेमे०भी ने युगल नृत्य प्रस्तुत किया जिसे सभी ने सराहा।

अर्चना ने झँगोरे का लड्डू बनाकर महाविद्यालय मे लायी जिसका सभी प्राध्यापकों ने स्वाद भी लिया अर्चना ने लड्डू बनाने की प्रक्रिया को भी सभी के सामने बताया इसी क्रम में महाविद्यालय के छात्र पंकज कुमार ने जेम बनाने का सोच को सभागार में रखा एवं इसकी बनाने की प्रक्रिया के बारे मे बताया ।

उद्यमिता विकास कार्यक्रम के अंतिम दिवस महाविद्यालय कोऑर्डनैटर प्रियंका खकंरियाल ने अपने जीवन के अनुभव को सभी उपस्थित छात्र – छात्राओं के साथ साझा किया साथ ही साथ ही अपने स्वरचित गीत “ जिंदगी तब समझ में आती है “ के माध्यम से विद्यार्थी जीवन को उपस्थित सभी प्रतिभागियों के सम्मुख प्रस्तुत किया ।

महाविद्यालय में अर्थशास्त्र विभाग विभाग के प्राध्यापक डॉ० मुकेश शाह ने सभी उपस्थित छात्र – छात्राओं को उद्यम करने के लिए प्रेरित किया।

महाविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ० सुनीता चौहान ने अपने सम्बोधन मे कहा कि आपका idea अच्छा है उसे क्वालिटी युक्त बनाइये जिससे आपका प्रोडक्ट और अच्छा विकसित हो सके एवं बाजार मे प्रोडक्ट बिक सके।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर सत्य प्रकाश शर्मा ने छात्र-छात्राओं को अपने सम्बोधन में बताया कि सबसे पहले आप सभी को संवाद करने की कुशलता को बढ़ाना होगा यह सफलता का पहला चरण है आपको आगे बढ़ना ही होगा समय को सही दिशा मे लगाइए जब आप कुछ करोगे तब ही आप कुछ पाओगे ।

उद्यमिता विकास कार्यक्रम मे छात्र-छात्राओं के साथ-साथ स्थानीय उद्यमियों, गणमान्य व्यक्तियों, समाज सेवको, जनप्रतिनिधियों, महाविद्यालय प्राध्यापकों से डॉ० तनुजा रावत , डॉ० सौरभ सिंह , श्री दीपक कुमार, एवं कार्यलय से श्री महेश सिंह , विजेंद्र बिष्ट , श्रीमती सोनी देवी एवं अनुराधा आदि ने विशेष सहयोग दिया।

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