इंदर सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय, पौखाल, टिहरी गढ़वाल की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन का शुभारंभ प्रातः कालीन वंदना व योग कार्यक्रम से हुआ। आज के दिन की गतिविधियों को “स्वच्छता ही सेवा” थीम पर केंद्रित करने की रूपरेखा बनाई गई।
प्रातःकालीन अल्पाहार के पश्चात स्वयंसेवकों को अलग-अलग दलों में विभाजित कर मोलोनो मोटर मार्ग पर स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस अभियान के अंतर्गत झाड़ियों व घास की कटाई-सफाई की गई तथा सड़क किनारे बिखरी पॉलिथीन और अन्य कूड़े-कचरे को एकत्रित कर उचित निस्तारण किया गया।
इसके बाद राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने स्थानीय लोगों से संपर्क स्थापित किया और स्वच्छता को प्रमुख ध्येय मानते हुए लोगों को स्वच्छ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा दी। इसके साथ ही, भारत सरकार एवं उत्तराखंड सरकार द्वारा संचालित विभिन्न स्वच्छता अभियानों की जानकारी देकर लोगों को जागरूक किया गया।
इसके अतिरिक्त, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में वृक्षारोपण की भूमिका पर भी बल दिया गया और उपस्थित जनसमूह को इसके महत्त्व के प्रति प्रेरित किया गया।
अपराह्न में भोजन के पश्चात प्राचार्य डॉ. ए.एन. सिंह के निर्देशन में बौद्धिक सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तराखंड में लागू समान नागरिक संहिता (यूसीसी) कानून पर एक विचार गोष्ठी आयोजित की गई। इस दौरान प्राचार्य महोदय ने यूसीसी प्रावधानों से स्वयंसेवियों को अवगत कराने की आवश्यकता बताते हुए बौद्धिक सत्र का शुभारंभ किया।
यूसीसी विषय पर मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. बबित कुमार विहान और श्री अरविंद नारायण ने स्वयंसेवकों का ज्ञानवर्धन किया।
अपने संबोधन में डॉ. बबित कुमार विहान ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के इतिहास और उत्तराखंड यूसीसी के विशेष प्रावधानों पर विस्तार से चर्चा की, जिनमें विवाह पंजीकरण की अनिवार्यता बहुविवाह पर रोक, महिलाओं और पुरुषों को संपत्ति में समान अधिकार; को प्रमुख रूप से बताया।
इसके अतिरिक्त, श्री अरविंद नारायण ने उत्तराखंड यूसीसी के प्रावधानों के प्रभाव, लिव-इन रिलेशनशिप को कानूनी मान्यता, सभी धर्मों में सामान नियम, और यूसीसी के कार्यान्वयन पर प्रकाश डाला।
तत्पश्चात कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अंधरूती शाह ने सभी को अपना बहुमूल्य समय प्रदान करने और ज्ञानवाणी के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अंधरूती शाह, सहायक कार्यक्रम अधिकारी डॉ. पुष्पा झाबा, डॉ. बबिता विहान, डॉ. भद्री, श्री अनिल, श्रीमती कुसुम, मनोज एवं स्वयंसेवक उपस्थित रहे।