श्री देव सुमन विश्वविद्यालय बादशाहीथौल से संबद्ध राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता देहरादून में छात्र-छात्राओं को अब मूल्यांकन के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
राज्य सरकार के सबसे बड़े श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय की मूल्यांकन व्यवस्था की गड़बड़ी अभी तक सुधारीकरण में नहीं आ पाई है।
वहां के छात्र नेता आदर्श राठौर ने बताया कि सेमेस्टर परीक्षा 70 दिन चुके हैं लेकिन आज तक बीए द्वितीय सेमेस्टर का परिणाम घोषित नहीं हुआ।
राजकीय स्नातकोत्तर का महाविद्यालय मालदेवता में बीकॉम और बीएससी के द्वितीय और तृतीय सेमेस्टर के सभी छात्रों को फेल दिखाया गया है।
राजकीय महाविद्यालय देहरादून शहर में बीकॉम द्वितीय सेमेस्टर और बीएससी द्वितीय व तृतीय सेमेस्टर के कुछ पेपर में छात्रों के आनलाइन में शून्य अंक चढ़ाए गए हैं जबकि अंकतालिका में संबंधित पेपर में 34 है छात्र नेता आदर्श राठौर ने बताया कि रायपुर महाविद्यालय के बीकॉम , बीएससी द्वितीय और तृतीय सेमेस्टर के सभी छात्रों को फेल किया गया है ।
उनके अंक जो ऑनलाइन परीक्षा परिणाम में जो अंक रहते हैं वो पास वाले होते है और कुछ दिन बाद फिर से चेक करते है तो उनके अंक शून्य और फेल कर दिया जाता है और कुछ छात्र छात्राओं का बीकॉम द्वितीय सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम अभी तक खुला नही है जबकि बीकॉम द्वितीय सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम आए हुए बहुत दिन हो चुके है।
• महाविद्यालय मालदेवता रायपुर की छात्रा प्रतीक्षा रावत और दिविक्षा पाल का कहना है कि मेरा जो परीक्षा परिणाम आया है बीकॉम द्वितीय सेमेस्टर का वह जिस समय परीक्षा परिणाम घोषित हुआ था उस समय मेरे जो अंक थे वह अच्छे थे और उसके अगले दिन चेक किया तो वह शून्य हो गए थे और फेल तथा बैक लग गई थी।
•महाविद्यालय मालदेवता रायपुर की एक और छात्रा अनुष्का रावत जिसका कहना है कि बीकॉम द्वितीय सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम घोषित हुए काफी दिन हो चुके है जबकि मेरा परीक्षा परिणाम अभी तक मेरे जो परीक्षा पोर्टल है उसमे अभी तक खुला नही है अगर महाविद्यालय में इसकी सूचना देते है तो महाविद्यालय की तरफ से जवाब मिलता है कि विश्वविद्यालय से हमे कोई जवाब नही आया है और जल्दी सही हो जायेगा।
• कई छात्रों के पोर्टल अंक तालिका में शून्य नंबर, शिकायत के बाद हो रहे पास
•महाविद्यालय मालदेवता रायपुर के छात्र संघ पदाधिकारियों ने इस विषय पर श्री देव सुमन विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के प्राचार्य को ज्ञापन बहुत बार दे चुके है तथा महाविद्यालय मालदेवता रायपुर के वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष आदित्य कंडारी व पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कुलदीप पंवार तथा विश्वविद्यालय प्रतिनिधि मनीष रावत तथा अन्य छात्र छात्राओं विश्वविद्यालय जाकर
छात्र छात्राओं की आ रही समस्या को कुलसचिव डॉ० दिनेश चंद्रा और परीक्षा नियंत्रक प्रो० सी. एस. नेगी जी को अवगत करवाया। तथा छात्र संघ पदाधिकारियों का कहना है कि यह गड़बड़ी अभी तक सहीं नही हुई है और छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है ।
•उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि से संबद्ध सभी निजी शिक्षण संस्थानों में कार्यरत फैकल्टी का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश जून में दिए थे। ताकि यह पता लगाया जा सके कि निजी शिक्षण संस्थानों में तैनात फैकल्टी की यूजीसी एवं विवि के नियमों के अनुरूप नियुक्त की गई है या नही ।
• इस प्रकार की अनेक गड़बड़ी एक दो नहीं बल्कि राजकीय और स्ववित्तपोषित कई संस्थानों के छात्र छात्राएं इस परेशानी से जूझ रहे हैं।
पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की बड़ी लापरवाही सामने आई थी। परीक्षकों ने उन सवालों के उत्तर पर भी अंक दे दिए थे, जो गलत थे। कई सवाल ऐसे थी सामने आए थे, जिनका मूल्यांकन ही नहीं किया गया था। राज्य सूचना आयोग ने इसे गंभीर चुचूक मानते है ।
और छात्र नेता आदर्श राठौर ने यह भी बताया कि विवि कुलसचिव को व्यक्तिगत पेशी के आदेश दिए थे। लोक सूचना अधिकारियों पर दस हजार का जुर्माना लगाया था। परीक्षा नियंत्रक को तो हटा दिया लेकिन मूल्यांकन करने वाले शिक्षक कौन थे और विवि ने क्या कार्रवाई की यह तय नहीं हुआ है ।