- दलदल भूमि के कारण पैदल चलना भी संभव नहीं
हरिद्वार: राजकीय मोडल महाविद्यालय मीठीवेरी एक बार फिर सुर्ख़ीयों में आ गया है पहली बरसात ने राजकीय मॉडल कॉलेज मीठीवेरी में ऐसा भूचाल ला दिया की सड़कों पर पानी ही पानी नज़र आ रहा है
वैसे तो कच्चा रास्ता है जो पानी से लबालब हो गया है और ऐसे में वहाँ पर आवागमन बंद हो गया । प्रोफ़ेसर अर्चना गौतम प्राचार्य को सभी
स्टाफ़ ने पत्र दिया है जिसमें गंभीर स्थिति को अवगत कराया है कि रास्ता क्षतिग्रस्त होने के कारण कॉलेज में जाना असंभव है और प्राचार्य मैडम ने उस पत्र को मार्गदर्शन के लिए निदेशालय हल्द्वानी भेज दिया है । उच्च अधिकारियों से प्राप्त निर्देशों के बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
स्टॉफ में प्रोफ़ेसर सतेंद्र कुमार, डॉक्टर सुनील कुमार, डॉक्टर कुलदीप चौधरी, डॉक्टर अरविंद वर्मा, डॉक्टर सुनीता बिस्ट, डॉक्टर सुमन पांडे, ऑफ़िस स्टाफ़ में श्रीमती पूनम, शशिधर उनियाल, नॉन स्टॉप में कुलदीप व सुरज आदि ने प्राचार्य को ज्ञापन दिया है
कल बड़ी मुश्किल से कॉलेज पहुँच पाए थे लेकिन आज 10 फ़ीट के गड्ढे हो गए हैं गाड़ी तो दूर पैदल जाना भी दुश्वार हो गया है ।
चिंतन की बात यह है कि सरकार ने 12 करोड़ का कोलीज जंगल में खोल दिया जहाँ आवागमन मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है और साथ में जोखिम भरा है । ऐसी स्थिति में बच्चों का कॉलेज में आना नामुमकिन ही नहीं असंभव भी हैं ।