राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता रायपुर देहरादून में देवभूम उद्यमिता विकास योजना के अंतर्गत देवभूमि उद्यमिता कार्यक्रम का समापन समारोह प्राचार्य जी की अध्यक्षता में किया गया।
कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर ज्योति खरे द्वारा अतिथियों एवं उपस्थित गणों का स्वागत कर किया गया। सत्र की शुरुआत में डी यू आई से आए ई डी पी के प्रमुख डॉ0 सुमित कुमार द्वारा छात्र-छात्राओं को ईडीपी के उद्देश्यों एवं देवभूमि उद्यमिता विकास कार्यक्रम की प्रशिक्षण की उद्यमिता इकाई की भूमिका के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण उपरांत उद्यमिता की टीम सभी प्रतिभागियों से संपर्क कर उनकी रुचियों के विषय में जानकारी प्राप्त करती है और फिर उन्हें डीपीआर बनाने में पूरी मदद करती है ।यदि किसी भी छात्र-छात्रा को कोई भी स्टार्टअप संबंधित जानकारी या मदद की आवश्यकता होती है तो वह भी उपलब्ध कराती है। उन्होंने बताया कि यदि किसी छात्र-छात्रा के आईडिया में बहुत संभावनाएं हैं और वह अच्छी प्रकार से इसे आगे ले जाना चाहता है तो सरकार उन्हें स्कॉलरशिप भी प्रदान करती है।
इसके पश्चात डी यू आई की मेंटर प्रोफेसर ज्योति खरे द्वारा पूरे वर्ष भर डी यू आई के महाविद्यालय केंद्र में कराए गए सभी कार्यों की रूपरेखा को प्रस्तुत किया गया। इसी क्रम में प्रतिभागी छात्र अनिकेत कुमार द्वारा 12 दिन तक कराई गई गतिविधियों की वीडियो प्रस्तुत की गई। तत्पश्चात डॉ० धर्मेंद्र राठौर द्वारा 12 दिनों में कराई गई कार्यों एवं रिसोर्स पर्सन की विस्तृत चर्चा की।
कार्यक्रम के अंत में उक्त कार्यक्रम के प्रतिभागियों से फीडबैक देवभूमि से आए ईडीपी रीजन हैड डॉ0 सुमित कुमार द्वारा लिया गया। सभी छात्र-छात्राओं ने अपने अनुभव को साझा किया। डी यू आई से आए सभी अतिथि एवं महाविद्यालय प्राचार्य जी को स्मृति देकर सम्मानित किया गया।
अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर विनोद प्रकाश अग्रवाल द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
इस अवसर पर ईडीपी में प्रतिभाग कर रहे सभी छात्र एवं महाविद्यालय के प्राध्यापकों प्रोफेसर पूजा कुकरेती ,डॉ0 आरसी नेगी, डॉ0 सविता वर्मा, डॉ0 पूजा रानी, डॉ0 आशुतोष मिश्रा ,डॉ0 शैलेंद्र सिंह, एवं डॉ0 रितु कश्यप आदि उपस्थित रहे।