राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता रायपुर देहरादून में राजनीति शास्त्र विभागीय परिषद द्वारा भारतीय लोकतंत्र में महिला प्रतिनिधित्व की चुनौतियां विषय पर एक भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई।

जिसमे छात्र छात्राओं द्वारा प्रखरता के साथ अपने विचारों को रखा गया। समाज की सामंती सोच,लैंगिक असमानता ,उनको हीन मानने की प्रवृति,स्वयं महिलाओं में आत्म विश्वास की कमी जैसी चुनौतियों को रेखांकित किया गया।

ग्रामीण महिलाओं की सामाजिक स्थिति पर बोलते हुए छात्रों ने कहा कि समाज में महिलाओं को लेकर व्याप्त पूर्वाग्रह भी उनको आगे बढ़ने से रोकते है। साथ ही महिला आरक्षण बिल 2023 पर चर्चा करते हुए धरातल पर महिला प्रतिनिधित्व की वास्तविकता को उजागर किया गया।

विभाग प्रभारी डॉ0सरिता तिवारी ने कहा कि आधी आबादी का वोट तो सभी राजनीतिक दलों को चाहिए पर आधी आबादी का प्रतिनिधित्व कहां है?वर्तमान में लोकसभा में महिला सांसद 14 प्रतिशत है।

अतः राजनीतिक सशक्तिकरण आवश्यक है।उन्होंने परिणामों की घोषणा की , प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पूजा मौर्या दूसरा स्थान अंशुल कुमार भारती, तीसरा स्थान मधु पंवार को मिला।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो 0वी. पी.अग्रवाल ने विजेता छात्रों को पुरस्कृत किया साथ ही सभी प्रतिभागियों से इस प्रकार की गतिविधियों में भाग लेने को प्रेरित किया।

इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए उन्होंने कहा कि राजनीतिक भागीदारी मे महिलाएं केवल मतदाता की भूमिका में ही ना हों बल्कि निर्णय लेने की प्रक्रिया , राजनीतिक चेतना और सक्रियता मे भी अग्रणी भूमिका निभाएं ताकि उनकी आवाज को सुना जाएं और उनसे जुड़े मुद्दों को मान्यता मिले।

निर्णायक मण्डल में डॉ0अनिता चौहान, डॉ0रेखा चमोली शामिल रहे। कार्यक्रम के समापन पर विभाग की प्राधियापिका रीना ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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