राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वधान मैं राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी ने किया l

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आंतों के कीड़ों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और छात्र-छात्राओं में मृदा संचारित कृमि का पूर्ण उन्मूलन प्राप्त करना है l दुनिया की लगभग 24% आबादी कृमि से संक्रमित है l यह दवा 19 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए सबसे उपयुक्त है l

इस दिवस की शुरुआत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 2015 में की गई थी, इसका मुख्य उद्देश्य छात्र – छात्राओं को डिवर्मिंग के महत्व के बारे में जागरूक करना है l

इस अवसर पर प्राचार्य द्वारा छात्र-छात्राओं को कृमि मुफ्त दवा “एल्बेंडाजोल” वितरित की गई और उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को स्वच्छ पानी, स्वच्छ भोजन एवं स्वच्छ सब्जियों का उपयोग करना चाहिए, जिससे कि कृमि संक्रमण से बचा जा सके l

इस कार्यक्रम में वनस्पति विज्ञान के प्राध्यापक डॉ अशोक कुमार अग्रवाल ने कहा कि जीवित रहने के लिए परिपक्व कृमि मानव की आंतों में रहते हैं और हर दिन हजारों अंडे उत्पन्न करते हैं जिससे मनुष्य को पूर्ण पोषण नहीं मिल पाता है और कई तरह के संक्रमण और बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं l

इस अवसर पर डॉ विक्रम सिंह, डॉ प्रमोद कुमार एवं राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ कृष्णा डबराल आदि उपस्थित रहे l