राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया|

महाविद्यालय में एनएसएस स्वयंसेवियो द्वारा पौधारोपण किया गया जिसमें आंवला , रीठा और बहेड़ा के औषधीय पौधे रोपे गए, साथ ही स्वयंसेवियो ने महाविद्यालय में एनएसएस के एक दिवसीय शिविर के अंतर्गत स्वच्छता अभियान चलाकर पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने का संकल्प लिया |

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी ने कहा कि समय रहते हमें सतर्क होकर पर्यावरण के लिए कार्य करना चाहिए ,पर्यावरण का संरक्षण अति महत्वपूर्ण है, अतः इसका संरक्षण कर हमें जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए |

हिंदी विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ शैला जोशी ने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित करने हेतु यह दिवस अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसका मुख्य उद्देश्य हमारी प्रकृति की रक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाना और दिन प्रतिदिन बढ़ रहे विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों को हल करना है|

इस अवसर पर वनस्पति विज्ञान के प्राध्यापक डॉ अशोक कुमार अग्रवाल ने पौधारोपण के महत्व को समझाते हुए बताया कि इस वर्ष की थीम “ओन्ली वन अर्थ” रखी गई है| क्योंकि आधुनिक समय में प्रदूषण की समस्या अधिक होने के कारण पर्यावरण खतरे में है जिसका हमें अनुभव भी नहीं है, यदि हम पर्यावरण प्रदूषण की समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो अधिक से अधिक वृक्षों को लगाना होगा|

इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ कृष्णा डबराल, डॉ आलोक बिजल्वाण एवं संगीता थपलियाल उपस्थित रहे|