आज दिनांक 30 सितंबर 2022 को राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ के तत्वधान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया
जिसका विषय ड्रग के सेवन से होने वाले दुष्परिणाम एवं उनका निवारण था
कार्यक्रम के प्रारंभ में एंट्री ड्रग्स सेल के नोडल अधिकारी डॉ अशोक कुमार अग्रवाल ने एंटी ड्रग सेल सेल के उद्देश्य, समिति का गठन एवं स्वरूप, कार्य योजना एवं समय सीमा के बारे में विस्तार से बताया l
कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर कृष्णा डबराल ने किया l इसी क्रम में राजकीय चिकित्सालय चिन्यालीसौड़ के चिकित्सक डॉक्टर नवीन पंचोला ने बताएगी ड्रग क्या होता है l गांजा अफीम निकोटीन के बारे में बताया कि कैसे यह शुरुआत मैं हमें अच्छा महसूस करवाते हैं फिर धीरे-धीरे हमारी नसों को अवरोध करते हैं और फिर हमें इनकी आदत लग जाती है,और फिर हमारे शरीर के अंदर की मांग बढ़ जाती है और फिर हम इनको छोड़ नहीं पाते हैं l
इसी क्रम में रसायन विज्ञान की प्राध्यापक डॉ रजनी लशयाल की पीपीटी के माध्यम से ड्रग के प्रकार और कैसे हमारे शरीर में साइकोलॉजिकल एंड फिजियोलॉजिकल परिवर्तन आते हैं के बारे में विस्तार से बताया l
राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक डॉ विनीत कुमार ने नशीली वस्तुओं की रोकथाम में सरकार की भूमिका को स्पष्ट किया l
अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि कार्यशाला के माध्यम से सरकार का यह उद्देश्य रहता है कि नशे के खिलाफ जनता को जागरूक किया जाए l ड्रग का प्रसार बुरी संगति से बढ़ता है और दूसरों के प्रति जागरूक करने के लिए महाविद्यालय एंटी ड्रग सेल का गठन किया गया है l
इस अवसर पर डॉ विक्रम सिंह, डॉ सेला जोशी, डॉ दिनेश चंद्र, डॉ कुलदीप, डॉ खुशपाल, डॉ बृजेश चौहान, डॉ मोनिका अस्वाल, डॉ रामचंद्र नौटियाल, डॉ आलोक बिजलवान, मदन सिंह आदि उपस्थित रहे l