राजकीय महाविद्यालय थत्यूड़ टिहरी गढ़वाल में शिक्षकपर्व के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों के अंतर्गत शिक्षक सम्मान का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की शुरुवात महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ पंकज कुमार पांडे के द्वारा मां सरस्वती के सामने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। तत्पश्चात बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी गई।

कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर उर्वशी पवार के द्वारा किया गया और डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए शिक्षक दिवस को मनाने के पीछे के कारण को स्पष्ट किया गया ।

महाविद्यालय की प्राध्यापिका डॉ अंचला नौटियाल ने शिक्षकों के हमारे जीवन में महत्व को स्पष्ट करते हुए बताया कि शिक्षक का कार्य एक आसान कार्य नहीं होता है यद्यपि शिक्षक का कार्य अपने विद्यार्थियों में शिक्षा देने के साथ-साथ समाज को आगे बढ़ाने में और व्यक्तित्व का निर्माण करने में भी होता है। शिक्षक अपने पूरा जीवन शिक्षा देने व समाज के विकास में लगा देता है।

महाविद्यालय की छात्रा लक्ष्मी उनियाल और अनीता रावत द्वारा शिक्षक दिवस के महत्व को बताया गया, सौरभ द्वारा शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को बधाई देते हुए श्लोक का उच्चारण भी किया गया। संतोषी के द्वारा अपनी स्वरचित कविता जो शिक्षकों पर समर्पित थी पड़ी गयी। महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ पंकज पांडे ने अपने व्यक्तिगत जीवन में रहे अपने शिक्षकों को याद करते हुए उनकी बातों को छात्रों के सामने प्रस्तुत किया साथ ही सर ने बताया कि शिक्षक दिवस का हमारे जीवन में क्या महत्व है और हम अपने जीवन में अपने शिक्षकों से अनेकों चीजें सीख कर समाज के निर्माण में हिस्सेदारी दे सकते है।

अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ पंकज कुमार पांडे ने सभी शिक्षकों एवं सारे कर्मचारियों को भेंट देकर सम्मानित किया और साथ ही शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए छात्रों से अपने ज़ीवन मे अपने शिक्षकों से सीख कर आगे बढ़ने के लिए कहा।

कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ राजेश सिंह, डॉक्टर संगीता कैंतूरा, डॉक्टर अखिल गुप्ता, डॉ नीलम, डॉ बिट्टू सिंह, डॉ संगीता सिदोला, डॉ संगीता खढ़वाल, डॉ नीलाजना, डॉ उमा पपनोई साथ ही कर्मचारी वर्ग मे महावीर प्रसाद, कैलाश नाथ, होसियार सिंह आदि शामिल थे।