राजकीय महाविद्यालय पाबौ में लैंगिक संवेदनशीलता पाठ्यक्रम के अंतर्गत “सार्वजनिक क्षेत्र में लैंगिक समानता” पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर बाल एवं महिला विकास विभाग से सी•पी•डी•ओ के पद पर तैनात श्रीमती चंद्रकांता काला मौजूद रहीं।

कार्यक्रम में उन्होंने महिला एवं बालिकाओं से जुड़े कानूनी संरक्षण एवं सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी।

कार्यक्रम की रिसोर्स पर्सन डॉ.तनुजा रावत द्वारा लैंगिक सामानता से जुड़े कई सामाजिक पहलुओं के बारे में बताया गया। उन्होंने बताया की किस प्रकार समाज समाजीकरण द्वारा लैंगिक भेदभाव को जन्म देता है और लैंगिक पूर्वाग्रह से ग्रसित मनुष्य स्त्री और पुरुष में भेदभाव करता है।

इस मौके पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ.गणेश चंद द्वारा इसके कई उदाहरण बताए गए। डॉ.मुकेश शाह द्वारा लैंगिक असमानता के आर्थिक पहलू पर प्रकाश डाला गया।

डॉ.सुनीता चौहान द्वारा महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी पर प्रकाश डाला गया। डॉ.जे.पी.पंवार द्वारा बताया गया की किस प्रकार 21वीं सदी में होते हुए भी मनुष्य को विचारधारा में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर सत्य प्रकाश शर्मा द्वारा छात्र-छात्राओं को बताया गया की किस प्रकार समाज में समानता लाने के लिए महिलाओं का सशक्त होना आवश्यक है और यह केवल शिक्षा ग्रहण करने से ही मुमकिन है।

कार्यक्रम के अंत में सेमिनार की रिसोर्स पर्सन डॉ.तनुजा रावत द्वारा वक्ताओं को धन्यवाद प्रेषित किया गया।

इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सेमेस्टर पाठ्यक्रम में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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