सोमवार शाम स्याल्दे विकासखंड में भिकियासैंण-देघाट सड़क पर चैनिया बैंड के समीप एक कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में पति-पत्नी सहित आठ साल की बेटी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 11 साल का बेटा घायल हो गया। मंगलवार की सुबह इस घटना का पता चला।
रुड़की से देवघाट जा रहे एक परिवार की सेंट्रो कर अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। इस हादसे में एक पुरुष, एक महिला और एक बच्ची की मौत हो गई है। एक बच्चा घायल है, जिसको अल्मोड़ा के ही अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
बताया जा रहा है कि यह दुर्घटना सुबह लगभग 9 बजे के आसपास हुई है। हादसे के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। एसडीआरएफ की टीम ने तीन शवों को खाई से निकलकर पुलिस के सौंप दिया है।
अल्मोड़ा एसडीआरएफ निरीक्षक राजेश जोशी ने बताया कि उन्हें पुलिस के द्वारा यह सूचना मिली थी कि एक कार दुर्घटनाग्रस्त हुई है। जब तक उनकी टीम नीचे पहुंची, तब तक कर में सवार चार में से तीन लोगों की मृत्यु हो चुकी थी। टीम ने सबसे पहले घायल को अस्पताल भेजा। उसके बाद एक-एक कर तीन शवों को बाहर निकाला।
मिली जानकारी के अनुसार रुड़की में निजी क्लीनिक संचालित करने वाले सावत शिवालय लाइन, दिल्ली रोड निवासी डॉ. मुनेंद्र सिंह पुत्र ईश्वर सिंह अपनी पत्नी शशि, बेटी अदिति और बेटे आदि के साथ घर से देघाट को रवाना हुए।
दोपहर तीन बजे तक उनका परिजनों से संपर्क हुआ, लेकिन इसके बाद अचानक संपर्क कट गया। देर शाम तक संपर्क ना होने पर मृतका के भाई ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने चारों के खोजबीन के प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी।
मंगलवार सुबह जब घायल बेटा किसी तरह सड़क तक पहुंचा तो घटना का पता चला। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों का खाई से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
रुड़की के सिविल लाइन मोहनपुरा के रहने वाला यह परिवार संभवत घूमने के लिए अल्मोड़ा की तरफ गया था। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह हादसा कैसे हुआ है। जिला पुलिस ने उनके परिजनों को रुड़की में सूचना दे दी है। परिजन भी मौके के लिए रवाना हो गए हैं।
तीनों शवों का पोस्टमार्टम होने के बाद ही परिवार जनों को सौंपा जाएगा। मृतकों में मुनेंद्र सिंह उनकी पत्नी शशि सैनी और बेटी अदिति पुत्री जिसकी उम्र 9 साल की है शामिल हैं।