संजीव शर्मा एनटीन्यूज़ हरिद्वार: वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार कमलकांत बुधकर का निधन होने से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर छाा गई
बताते चलें कि हरिद्वार के वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार कमलकांत बुधकर जी का आज सुबह निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। आज सुबह करीब 7:00 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली, उनके निधन से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है।
कमलकांत बुधकर वरिष्ठ पत्रकार हरिद्वार एवं साहित्कार थे, प्रेस क्लब हरिद्वार के संस्थापक महासचिव थे।
19 जनवरी 1950 को हरिद्वार में जन्मे मराठी भाषी डॉ॰ कमलकांत बुधकर शिक्षक के रूप में 1972 से ही विभिन्न स्नातक महाविद्यालयों में हिन्दी प्राध्यापक और 1990 से गुरुकुल काँगड़ी वि.वि. में हिन्दी पत्रकारिता के प्राध्यापक के रूप में कार्यरत रह चुके हैं। पत्रकार के रूप में पिछले 28 वर्षों से विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में उनकी रचनाएं प्रकाशित होती रही हैं। उनमें से कुछ
- उनकी पाती अपनी थाती 2004 (पत्रों के बहाने बच्चन की याद) नवभारत टाइम्स, नई दिल्ली।
- क़तार कन्दीलों की 2004, (काव्यसंकलन) आयास प्रकाशन, हरिद्वार।
- पुनि जहाज पै आवै डॉ॰ इन्दुप्रकाश पाण्डेय सम्मानग्रंथ, आयास प्रकाशन, हरिद्वार।
- हरिद्वार : गंगाद्वारे महातीर्थे, 1992, प्रकाशक हरिद्वार विकास प्राधिकरण, हरिद्वार।
- बातें.मुलाकाते (साक्षात्कार संकलन), 1974 प्रकाशक गुरुकुल कांगड़ी विवि हरिद्वार।
- अक्षर अर्पण (डॉ॰प्रभाकर.माचवे सम्मानग्रंथ), 1974 आयास प्रकाशन, हरिद्वार।
- एक आयास:अनायास (काव्य संकलन), 1974 आयास प्रकाशन, हरिद्वार।
- कुम्भनगर : हरिद्वार (हिन्दी), 1986 प्रकाशक सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, उ.प्र.
- कुम्भनगर : हरिद्वार (अंग्रेजी), 1986 प्रकाशक सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, उ.प्र.
- अर्द्धकुम्भ. 1992 हरिद्वार, 1992, प्रकाशक उ.प्र. पर्यटन विभाग लखनऊ।