हरिद्वार: विकसित भारत का मंत्र: भारत हो नशे से स्वतंत्र अभियान के तहत नेहरू युवा केंद्र एवं धनौरी पी.जी. कॉलेज, धनौरी द्वारा दिनांक 25 फरवरी 2025 को राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) समिति एवं एंटी-ड्रग्स समिति के संयुक्त तत्वावधान में “नशीली दवाओं की लत और मादक पदार्थों का सेवन” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ थाना अध्यक्ष कलियर श्री दिलबर सिंह नेगी, मेडिकल अधिकारी डॉ. विनय सिंह (रा० अस्पताल, बहादराबाद), चौकी प्रभारी धनौरी हेम दत्त भारद्वाज तथा महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) विजय कुमार के कर-कमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना समिति के प्रभारी डॉ. अमरदीप एवं एंटी-ड्रग्स समिति की प्रभारी डॉ. प्रियंका कुमारी मलिक की उपस्थिति रही।
➤ प्राचार्य प्रो. (डॉ.) विजय कुमार ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि “विकसित भारत का मंत्र: भारत हो नशे से स्वतंत्र” अभियान के तहत हमें संकल्प लेना होगा कि नशे से दूर रहकर एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण करेंगे। नशे की लत केवल व्यक्तिगत जीवन को ही नहीं, बल्कि संपूर्ण समाज को प्रभावित करती है। विद्यार्थियों को जागरूक रहकर अपने भविष्य को उज्जवल बनाने का संकल्प लेना चाहिए।
➤ डॉ. विनय सिंह ने अपने संबोधन में मादक पदार्थों के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नशे की लत मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ सामाजिक पतन का कारण बनती है। उन्होंने छात्रों को नशे से दूर रहने और अपने परिवार एवं समाज को भी इसके प्रति जागरूक करने का आह्वान किया।
➤ थाना अध्यक्ष कलियर, श्री दिलबर सिंह नेगी ने कहा कि नशा अपराध और सामाजिक कुरीतियों को जन्म देता है। उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन नशे के विरुद्ध सख्त कदम उठा रहा है, लेकिन समाज में जागरूकता फैलाना भी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे स्वयं भी नशे से दूर रहें और अपने आसपास के लोगों को भी इसके दुष्परिणामों के प्रति सजग करें।
➤ राष्ट्रीय सेवा योजना समिति के प्रभारी डॉ. अमरदीप ने कहा कि छात्र-छात्राओं को नशे से दूर रखने और उनमें नैतिक मूल्यों का विकास करने के लिए इस प्रकार की कार्यशालाएं अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने बताया कि NSS के माध्यम से महाविद्यालय निरंतर समाजहित में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा।
➤ राष्ट्रीय सेवा योजना समिति की सह कार्यक्रम अधिकारी डॉ. किरन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि नशे के बढ़ते प्रचलन को रोकने के लिए हमें परिवार, विद्यालय और समाज में नैतिक शिक्षा को बढ़ावा देना होगा। युवाओं को अपनी ऊर्जा और समय का सदुपयोग सकारात्मक कार्यों में करना चाहिए।
➤ एंटी-ड्रग्स समिति की नोडल अधिकारी डॉ. प्रियंका कुमारी (मलिक )ने कहा कि वर्तमान समय में युवाओं में नशे का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है, जो उनके भविष्य के लिए अत्यंत हानिकारक है। उन्होंने कहा कि हमें इस समस्या को रोकने के लिए जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है, जिससे युवा स्वयं और आने वाली पीढ़ी को नशे के सेवन से बचा सकें।
वी. ए.चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा सुकन्या (राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविका) ने नशा मुक्त भारत से संबंधित एक व्याख्यान प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. अमरदीप ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे अपने परिवार और समाज में नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाएं।
कार्यक्रम को सफल बनाने में नेहरू युवा केंद्र से आए अंकुर चौहान (बहादराबाद ब्लॉक), अंकित कुमार एवं श्री मनोज कुमार (बहुदेशीय सेवा संस्थापक) की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
कार्यक्रम का सफल संचालन बी.एस.सी. चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र सार्थक एवं छात्रा तस्मिया हुसैन साबिर ने किया।
इस कार्यशाला में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और “भारत हो नशे से स्वतंत्र” अभियान के तहत नशे से दूर रहने की शपथ ली।