• 108 कुंडीय महायज्ञ का भूमि पूजन एवं पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ समारोह सम्पन्न..

कोटा, 12 दिसंबर 2024 :  वेदमाता गायत्री ट्रस्ट गायत्री शक्तिपीठ कोटा द्वारा दशहरा मैदान 10 जनवरी 2025 से 13 जनवरी 2025 तक  दशहरा मैदान कोटा में डॉ 0 चिन्मय पण्डया प्रति कुलपति देव संस्कृति विश्व विद्यालय की उपस्थिति में आयोजित होने वाले 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ समारोह का भूमि पूजन समपन्न हुआ।

यह भूमि पूजन मुख्य अतिथि  संदीप शर्मा विधायक कोटा दक्षिण, अध्यक्ष राजस्थान जोन प्रभारी श्री ओम प्रकाश अग्रवाल, विशिष्ट अतिथि सह प्रभारी डॉ 0 प्रशांत भारद्वाज, गायत्री शक्तिपीठ कोटा के व्यवस्थापक तुलसी राम शर्मा, सह व्यवस्थापक प्रभा शंकर दुबे यज्ञ समारोह प्रभारी चतुर्भुज जोशी, समाज सेवी जी डी पटेल आदि की उपस्थिति में हुआ।

गायत्री ट्रस्ट के संस्कृति मीडिया प्रभारी देवेंद्र कुमार सक्सेना ने बताया कि इस अवसर पर शांतिकुंज हरिद्वार पुष्कर टोली के गायक सुरेश शर्मा, शिव चरण चतुर्वेदी नीलम चतुर्वेदी, कोटा के तबला वादक देवेंद्र सक्सेना ने पंच कुंडीय यज्ञ एवं भूमि पूजन सम्पन्न कराया। इस अवसर सुमधुर प्रेरणादायक प्रज्ञा गीतों की प्रस्तुतियों से वातावरण भक्ति मय हो गया।

यज्ञ में लगभग चार सो श्रध्दालुओं ने आहुतियां दी।

मुख्य अतिथि विधानसभा सदस्य संदीप शर्मा ने सम्बोधित करते हुए भारत व वैश्विक स्तर पर गायत्री परिवार के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि गायत्री परिवार सनातन संस्कृति और संस्कारों के बीजारोपण कर रहा है। करोड़ों गायत्री परिवार के सदस्य युग निर्माण के कार्य में सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं।

समारोह अध्यक्ष श्रीमान ओम प्रकाश अग्रवाल ने पर्यावरण शुध्दि और सनातन परम्परा मनुष्य में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग अवतरण लिए जनवरी 2025 में होने वाले 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ समारोह के लिये सभी गायत्री परिजनों एवं कोटा जिले के धर्म प्रेमियों से तन मन धन

से सहयोग करने की अपील की।उन्होंने कहा कि विश्व में 15 करोड़ से अधिक गायत्री परिवार के सदस्य विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना कर रहे हैं उसमें हम सभी शामिल हैं।

कार्यक्रम का संचालन श्री हेमराज पांचाल ने किया।

इस अवसर गायत्री परिवार के सभी पदाधिकारी एवं सक्रिय सदस्य सहित लगभग 400 सौ श्रध्दालू प्रज्ञा परिजन उपस्थित थे।

अतिथियों का स्वागत एवं आभार गायत्री शक्तिपीठ मुख्य व्यवस्थापक श्री तुलसी राम शर्मा एवं आभार श्री प्रभा शंकर दुबे ने किया।

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