- रक्त दान महादान ‘
आज 14 जून विश्व रक्तदान दिवस पर राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा राजस्थान के समाज सेवी, तबला वादक देवेंद्र कुमार सक्सेना का प्रेरक लघु लेख …
धरा पर हर सुमन महके, हम इतना समय देंगे।
धरा पर हर जीवन महके हम इतना रक्त देंगे।।
मनुष्य स्वयं के अनुभवों से सीखकर कोई भी कार्य करता है तो वह कभी भी भूल नहीं पाता है।
मुझे जब पहली बार रक्त दान करने का अवसर मिला तो मैं 20 वर्ष का था तब मुझे बहुत खुशी हुई कि मेरे वजह से कुछ लोगों का जीवन बचेगा उसके बाद रक्त दान का यह सिलसिला गायत्री शक्तिपीठ गायत्री परिवार ट्रस्ट शांतिकुंज हरिद्वार , पतंजलि योग केंद्र, राजकीय कला कन्या महाविद्यालय , भारत विकास परिषद, ब्लड बैंक सोसायटी, मानव सेवा समिति आदि संस्थाओं के माध्यम से तथा स्वयं के जन्मदिन पर जारी रहा…
सचमुच रक्तदान महादान है. रक्त ही एक ऐसा माध्यम है. जो तमाम संकीर्णता को मिटाता है. राज्य, राष्ट्र, जाति, धर्म, सम्प्रदाय, ऊंच नीच का भेद मिटाता है। गरीब का रक्त अमीर का और अमीर का रक्त गरीब का जीवन बचाता है।
कुछ संकीर्ण मानसिकता के लोग रक्त को नालियों में बहाते हैं। तो कुछ उदार हृदय के लोग रक्तदान कर लोगों का जीवन बचाते हैं।
अचानक दुर्घटना के शिकार व्यक्ति की सर्जरी के दौरान, थैलेसीमिया, ब्लड कैंसर, हीमोफीलिया रोगियों, ओपन हार्ट सर्जरी के दौरान रक्त की जरूरत पड़ती है ऐसे समय में आप एक यूनिट रक्त दान से कम से कम तीन लोगों के जीवन को बचा सकते हैं।
रक्त दान आपकी सेहत के लिए जरूरी है- क्योंकि इससे शरीर में नये सेल्स बनते हैं और लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है। आयरन दिल के लिए के लिए ठीक नहीं है नियमित रक्त दान से आयरन की मात्रा नियंत्रित रहती है इस वजह से हार्ट अटैक की संभावना कम हो जाती है।
रक्तदान से पहले होने वाली जांच से एड्स, हैपेटाइटिस, मलेरिया, कोरोना, जैसी बीमारियों की जानकारी हो जाती है। रक्त दान से बजन भी कंट्रोल में रहता है।
रक्त दान एक जुटता का कार्य है एक जुट होकर सामुहिक रक्त दान करें….
मित्रों इस बार एक जुट होकर रक्त दान करें अपने मित्रों रिश्तेदारों को भी रक्तदान के लिए प्रेरित करें।
ब्लड डोनेशन कौन कर सकते हैं यह जानकारी बहुत जरूरी है।
चिकित्सक के परामर्श के बाद ही रक्तदान करें…
आयु 18 से कम न हो और वजन 50 किलोग्राम से अधिक हो। हीमोग्लोबिन 12.5प्रति डी एल से अधिक होना चाहिये।
पर्याप्त नाश्ता और हल्के भोजन के बाद रक्तदान करें।
कृपया गर्भवती माता बहिनें, स्तनपान कराने वाली माताएं, एवं माहवारी के दौरान रक्तदान न करें।
कैंसर, मधुमेह (डायबिटीज़), अस्थमा, एलर्जी, उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर), किडनी के रोगी, एड्स एच आई वी, पीलिया,मिर्गी, हेपटाइटिस व अन्य गंभीर बीमारियों के मरीज कृपया रक्त दान न करें।
रक्त दान यज्ञ हैं आओ यजन करें।
रक्त दान भक्ति है आओ भजन करें।