• युवाओं और बच्चो को आध्यात्मिकता से जोड़ रहीं हैं कोटा की रेखा पटवा

शांतिकुंज हरिद्वार के तत्त्वावधान में बसन्त पर्व 2 फरवरी से होली पूर्णिमा तक विश्वस्तरीय 40 दिवसीय अनुष्ठान साधना(2025) सम्पन्न हुई।

इसी के अंतर्गत नौ-नौ दिवसीय भी चार साधना सत्र Online के माध्यम से संपन्न हुये जिसमें जुड़कर सेंकड़ो साधको, विशेष कर नन्हे मुन्ने बच्चो, व किशोरों की महत्वपूर्ण भागीदारी रही।

विश्वस्तरीय साधना अनुष्ठान में 5000 से भी अधिक बच्चो का पंजीकरण हुआ और यह संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। भारत सहित ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, इग्लैंड आदि कई देशों से साधकों की सक्रिय भागीदारी समर्पित की है।

इस अनुष्ठान को किशोरों ओर नन्हे मुन्नों ने भी पूरे श्रद्धा समर्पण कीया है , बच्चो ने गायत्री मंत्र लेखन, ध्यान, स्वाध्याय, प्राणायाम और साधनात्मक दिनचर्या का पालन किया।बच्चो ने अनुष्ठान में बाजार से बनी चीजें फ़ास्ट फूड आदि का सेवन नही कर सयम का पालन किया , बच्चो में साधनात्मक रुचि जाग्रत करने हेतु Zoom – Youtube और व्हाट्सएप के माध्यम से विशेष सत्र संचालित आयोजित किये हैं, नौ-नौ दिवसीय अनुष्ठान के अंतर्गत बच्चो ने प्रतिदिन तीन पृष्ठ गायत्री मंत्र लेखन नादयोग स्वाध्याय, चन्द्र ध्यान में पूरी रुचि से भाग लिया,

गायत्री परिवार के कोटा के मीडिया समन्वयक श्री देवेंद्र कुमार सक्सेना ने बताया अखिल विश्व गायत्री परिवार के संचालक डॉ 0 प्रणव पण्डया शैल बाला पण्ड्या , डॉ 0 चिन्मय पण्डया के संरक्षण एवं गायत्री शक्तिपीठ कोटा के व्यवस्थापक श्री तुलसी राम शर्मा सह व्यवस्थापक प्रभा शंकर दुबे के सानिध्य में यह अनुष्ठान 2026 की महापूर्णाहुति की दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है जिसे शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देश में गायत्री शक्तिपीठ कोटा की बहिन रेखा पटवा संचालित कर रही है ।

गुरुसत्ता के सूक्ष्म संरक्षण में यह अभियान उत्तरोत्तर प्रगतिशील है,जिसमे छोटी आयु के किशोर ओर बच्चो में साधना स्वाध्याय के प्रति रुझान बढ़ रहा है…..

समन्वयक कोटा की रेखा पटवा ने बताया कि इस अभियान को आंदोलन का रूप देने हेतु विभिन्न प्रान्तों से जुड़े अखिल विश्व गायत्री परिवार के शिक्षक ,शिक्षिकायें, एवं कार्यकर्ता भाई बहन, रीना दीदी, सत्यजीत सुमन, शांति सिंह, वंदना साहू, ज्योति सिंह, अर्चना उपाध्याय, प्रभा देवी, तारकेश्वर शर्मा, डॉ. दिव्यप्रभा चौहान, दिव्या देवी , भारती बेन जोशी,भारती रावल, दुर्गा जोशी, मोनिका सिंह, प्रीति श्रीवास्तव, शशि साई, मनीषा श्रीवास्तव, धर्मेंद्र जैसे अनेक समर्पित परिजनों का विशेष सहयोग रहा है।

इन्होंने स्कूलों के बच्चों को व विद्यालय स्टाफ को नियमित रूप से साधना से जोड़ा, और अब इन स्कूलों में नियमित बाल संस्कार शालाएं संचालित की जाएँगी।

मीडिया प्रभारी देवेंद्र सक्सेना ने बताया.. शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा नियुक्त व्यवस्थापक तुलसी राम शर्मा जी सह व्यवस्थापक प्रभा शंकर दुबे, जिला समन्वयक हेमराज पांचाल सहित वरिष्ठ जनों ने कोटा उपजोन में सभी स्कूलो में संस्कार शालाये चलाने हेतु संकल्प लिया..

नवयुग सृजन साधना का संकल्प है कि जिन बच्चों ने स्कूलों से जुड़कर यह साधना संपन्न की है, उन्हीं के माध्यम से अब बाल संस्कार शालाएं आयोजित की जाएंगी और उन्हें नियमित रूप से चलाया जाएगा, जिससे नन्हे साधकों को संस्कारित जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा मिलेगी।

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