पं० ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय, ऋषिकेश के वनस्पति विज्ञान के पी०एच०डी० शोधार्थियों द्वारा आंचलिक विज्ञान केंद्र विज्ञान, यूकॉस्ट का भ्रमण किया गया।
इस दौरान यूकॉस्ट के संयुक्त निदेशक डॉ० डी०पी० उनियाल द्वारा द्वारा सभी शोधार्थियों को शोध पद्धतियों और सांख्यिकी पर व्याख्यान दिया गया। इस मौके पर डॉ० उनियाल द्वारा यूकॉस्ट में विज्ञान लोकव्यापीकरण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों पर भी जानकारी दी,
उन्होंने बताया कि आंचलिक विज्ञान केंद्र (Regional Science Center) विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शिक्षा और जागरूकता फैलाने के लिए एक महत्वपूर्ण संस्थान है। यह केंद्र विभिन्न आयु वर्ग के छात्रों और सामान्य जनता के लिए विज्ञान को रोचक और सुलभ बनाने का कार्य करता है। इनमें भौतिकी, रसायन विज्ञान, जैव विज्ञान, खगोल विज्ञान, और पर्यावरण विज्ञान शामिल हैं। इंटरैक्टिव डिस्प्ले और मॉडल के माध्यम से छात्रों को विज्ञान की अवधारणाओं को समझने में मदद मिलती है।
विभिन्न विज्ञान प्रयोगशालाएँ जहां छात्र वैज्ञानिक उपकरणों का उपयोग करके प्रयोग कर सकते हैं। 3D थियेटर में विज्ञान और अंतरिक्ष से संबंधित फिल्में दिखाई जाती हैं। प्लैनेटेरियम शो के माध्यम से छात्र खगोलीय पिंडों और अंतरिक्ष के रहस्यों को जान सकते हैं।
इस दौरान पं० ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश के वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो० गुलशन कुमार ढींगरा ने यूकॉस्ट महानिदेशक प्रो० दुर्गेश पंत का आभार व्यक्त किया एवं संयुक्त निदेशक डॉ० डी०पी० उनियाल को उनके बेहद समृद्ध व्याख्यान के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि आंचलिक विज्ञान केंद्र का यह शैक्षिक भ्रमण छात्रों को विज्ञान के प्रति उत्सुकता और रुचि बढ़ाने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करता है। यह न केवल उनकी शैक्षिक योग्यता को बढ़ाता है बल्कि उन्हें व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव भी प्रदान करता है।
अंत में डॉ० उनियाल व प्रो० ढींगरा द्वारा मौजूद शोधार्थियों के सभी प्रश्नों का वैज्ञानिक दृष्टिकोण के तहत जवाब दिया गया।
शोधार्थियों ने आंचलिक विज्ञान केंद्र में विज्ञान के अनेक विभिन्न प्रयोगों के बारे में देखा व जाना, जिसमें 3D शो, तारामंडल, हिमालयन गैलरी, बायोडायवर्सिटी पार्क आदि प्रमुख थे।