प्रसिद्ध संगीत ऋषि संतूर वादक पंडित शिव कुमार शर्मा के महाप्रयाण पर देवेंद्र कुमार सक्सेना का लघु श्रध्दांजलि लेख………

आज 10 मई 2022 को संतूर के पुरोधा पद्मविभूषण पंडित शिव कुमार शर्मा संगीत जगत को अलविदा कह दिया…खबर सुनकर आज संगीत जगत में गहरा शोक व्याप्त है… .

उल्लेखनीय है कि वे 1987 में कोटा में शास्त्रीय संगीत के उन्नयन में सक्रिय संस्था ‘संगीतिका’ के मंच पर उस्ताद जाकिर हुसैन के साथ पहली बार आई टी सी संगीत सम्मेलन में संतूर वादन करने आए थे….उस समय संगीतिका पदाधिकारियों, कोटा के संगीत गुरूओं, गणमान्य व्यक्तियों एवं संगीत के
विद्यार्थियों ने कोटा आने पर उनका भाव भरा स्वागत किया था । दोनों कलाकारों ने संतूर और तबले पर अपनी प्रस्तुतियों से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया था । जिसे कोटा वासी अभी तक नहीं भूले हैं।

आखिरी बार कोटा वे राष्ट्रीय दशहरा मेला में आएं थे तब मैं उनका कार्यक्रम सुनने सपरिवार गया था और उनसे आशीर्वाद भी प्राप्त किया था। तब उन्होंने संगीतिका कोटा के कार्यक्रम को याद किया था।

13 जनवरी 1938 में जम्मू में जन्में शिव कुमार शर्मा ने कश्मीरी लोक वाद्य संतूर की ‘तकनीक और टोन ‘को परिष्कृत कर उसे पूरी तरह शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति के लिए सक्षम वाद्य बना दिया।

राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संगीत में उल्लेखनीय योगदान और उपलब्धियों के लिए 1985 में सयुंक्त राज्य अमेरिका में बाल्टी मोर की मानद उपाधि, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जिनमें प्रमुख हैं – 1986 में केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी अवार्ड, 1991 में पद्म श्री एवं 2001 पद्म विभूषण इत्यादि।
आपने फिल्म झनक झनक पायल बाजे में तबला सम्राट पद्म भूषण पंडित सामता प्रसाद गुदई महाराज जी के साथ पार्श्व संगीत दिया।
पंडित हरिप्रसाद चौरसिया के साथ फिल्म सिलसिला में संगीत दिया। अन्य लोकप्रिय फिल्में चांदनी, डर, लम्हे, फासले, साहिबान, परम्परा आदि में भी आपके संगीत संतूर लोगों ने बहुत ही पसंद किया।
म्यूजिक टुडे, एच एम वी व अन्य कंपनियों ने आपके एल्बम जारी किए।
आजकल उनके पुत्र एवं शिष्य श्री राहुल शर्मा उनकी परम्परा को आगे बढ़ा रहे हैं।
पद्म विभूषण पंडित शिव कुमार शर्मा जी के 1987 के कार्यक्रम की संचालक
संगीतिका संस्था की पदाधिकारी श्रीमती सुधा अग्रवाल ने श्रध्दांजलि देते हुए कहा कि-” पंडित शिव कुमार जी यादो के गलियारों में सदा केलिए समाए रहेंगे ईश्वर उनकी पुनीत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें ।,, गायिका संगीता सक्सेना एवं गायिका ब्रांड एम्बेसेडर आस्था सक्सेना ने कहा कि हम सपरिवार पंडित जी का कार्यक्रम सुनने वाले उन सौभाग्यशाली लोगों में से हैं ..
” वे महान और प्रयोग धर्मी कलाकार थे उनके निधन से संगीत जगत में यह अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करें ”

देवेंद्र कुमार सक्सेना
तबला वादक उप सचिव संगीतिका कोटा 94142 91112