हरिद्वार: हरिद्वार के कनखल स्थित पुरूषोत्तम विहार अपार्टमेंट पर ध्वस्तीकरण की काली छाया मंडराने लगी है। इस मामले में कनखल पुलिस को जांच करने का जिम्मा दिया गया है। जिस कारण से अपार्टमेंट में रहने वालों के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है।
बता दें कि केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने भूमिगत जल का स्तर कम होने का संज्ञान लेते हुए उन जलाशयों, तालाबों, पोखरों को पुनर्जीवित करने का फैसला लिया है, जो या तो बंद किए जा चुके हैं या फिर उन पर अतिक्रमण कर निर्माण कर दिया गया है।
उत्तराखण्ड के उधमसिंह नगर व हरिद्वार में सबसे अधिक तालाब, पोखर आदि थे, जो अब समाप्त हो चुके हैं। इसी के चलते पुरूषोत्तम विहार पर भी संकट आ चुका है।
बतातें चलेंकि हरिद्वार के पत्रकार ने प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र भेजकर कनखल रविदा बस्ती के समीप पुरूषोत्तम विहार अपार्टमेंट को जोहड़ की जमीन पर अवैध रूप से निर्माण कराए जाने का आरोप लगाया था।
जिसके बाद पीएम कार्यालय से जांच राजस्व विभाग को दी गयी थी। अब जांच राजस्व विभाग से कनखल थाना पुलिस को भेजी गयी है। जिस कारण से पुरूषोत्तम विहार अपार्टमेंट में रहने वालों पर संकट के बादल छाने शुरू हो गए हैं। यदि जांच में तथ्य सही पाए जाते हैं तो अपार्टमेंट का ध्वस्तीकरण होना भी निश्चित है।