एनटीन्यूज़, हरिद्वार:  ज्वालापुर के बकरा मार्किट स्थित बर्फ फैक्ट्री में तड़के अचानक अमोनिया गैस रिसाव की सूचना से हड़कम्प मच गया। सूचना पर पुलिस ने तत्काल मामले की जानकारी डिप्टी सीएमओ को दी। जिन्होंने जिला अस्पताल के प्रभारी सीएमएस को घटना की जानकारी देते हुए गैस से पीडित लोगों की सम्भावना को देखते हुए व्यवस्था करने के निर्देश दिये।

वहीं एक चिकित्सकों की टीम, पुलिस व दमकल की टीम मौके पर पहुंची। जिला अस्पताल के आपातकालीन कक्ष को आमोनिया गैस से पीडित लोगों के पहुंचने की सम्भावना को देखते हुए पूरे इंतजाम किये गये लेकिन कोई भी गैस से पीडित उपचार के लिए जिला अस्पताल नहीं पहुंचा। जिस पर प्रशासन ने राहत की सास ली। जिला अस्पताल के प्रभारी सीएमएस डाॅ. चंदन मिश्रा ने बताया कि सुबह करीब 4.40 बजे डिप्टी सीएमओ का फोन पर सूचना दी कि ज्वालापुर क्षेत्र स्थित बकरा मार्किट में आमोनिया गैस का रिसाव हो गया है। घटना में गैस से लोगों के पीडित होने की सम्भावना को देखते हुए उपचार के लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिये। इस जानकारी के बाद उन्होंने तत्काल अस्पताल के आपातकालीन कक्ष पहुंचकर आमोनिया गैस से पीडित लोगों के पहुंचने की सम्भावना को मद्देनजर पुख्ता इंतजाम कर लिए गये लेकिन कोई भी आमोनिया गैस से पीडित उपचार के लिए जिला अस्पताल नहीं पहुंचा।

बताया जा रहा हैं कि बकरा मार्किट में बर्फ फैक्ट्री हैं जहां पर आमोनिया गैस के रिसाव की बात ही जा रही है,  सीएमओ ने पूरे मामले की जांच के आदेश एक चिकित्सक डाॅ0 धीरेन्द्र को सौपी गयी है। जिन्होंने दोपहर को मौके पर पहुंचकर बर्फ फैक्ट्री का निरीक्षण किया। जिन्होंने फैक्ट्री में एक पाइप से गैस रिसाव होने पर तत्काल मरम्मत के निर्देश फैक्ट्री स्वामी श्याम गोयल को दिये है।

बताया जा रहा हैं कि जांच चिकित्सक ने फैक्ट्री स्वामी को रिसाव ठीक न हो जाने तक फैक्ट्री चालू न करने की हिदायद दी है। डाॅ. धीरेन्द्र ने बताया कि उन्होंने दोपहर को बर्फ फैक्ट्री पहुंचकर निरीक्षण में पाया कि अभी भी गैस का रिसाव हो रहा था। जिसकी जानकारी पुलिस को देते हुए फैक्ट्री स्वामी श्याम गोयल को मौके पर बुलाया गया। उनकी मौजूदगी में ही गैस रिसाव को ठीक किया गया। उन्होंने बताया कि जब सुबह करीब 4 बजे फैक्ट्री में गैस रिसाव की भनक आसपास के लोगों को लगी। उन्होंने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची। उस वक्त रिसाव को बंद कर दिया गया था।

फैक्ट्री में तीन कर्मी काम करते हैं जोकि रात को वहीं सोते है। गैस रिसाव से किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से फैक्ट्री स्वामी को रिसाव पूरी तरह ठीक न होने तक फैक्ट्री चालू न करने की हिदायद दी गयी है।