हरिद्वार: मोरा तारा ज्वैलर्स के मालिक पर हुई फायरिंग व रंगदारी की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
शुक्रवार को एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने ज्वेलर्स कारोबारी पर फायरिंग व रंगदारी की घटना का ज्वालापुर कोतवाली में खुलासा करते हुए बताया कि एसओजी व साइबर सेल की चार टीमों ने घटना को अंजाम देने वाले पांच आरोपी को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम आरोपी प्रदीप चौहान, सचिन प्रजापति, कौशल कुमार, अरुण कुमार व अंकुर कुमार निवासी ग्राम नवादा, नहटौर जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश बताए हैं।
उन्होंने बताया कि इस प्रकरण का मास्टर माइंड प्रदीप चौहान है, जिसका पहले भी आपराधिक इतिहास रहा है। शेष आरोपियों के अपराधिक इतिहास के बारे में पता किया जा रहा है। आरोपियों की धरपकड़ में शामिल टीम को मोरा तारा ज्वेलर्स की तरफ से 51 हजार का चेक भी इनाम के तौर पर दिया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से हुंडई कार, स्कूटी, पिस्टल व तमंचा बरामद किया है।
विदित हो कि ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्रांतर्गत तोरा मोरा ज्वेलर्स कारोबारी से उत्तर प्रदेश के कुख्यात सुनील राठी के नाम से कॉल कर 50 लाखं की रंगदारी मांगी गयी थी। इससे दो दिन पूर्व मोरा तारा ज्वेलर्स के मालिक निपुण मित्तल पुत्र नवीन चन्द्र निवासी मयूर विहार आर्यनगर ज्वालापुर के ऊपर बदमाशो ने 26 जुलाई की रात्रि में फायरिंग कर हमला किया था।
कमर में लैपटाप होने के कारण गोली लैपटॉप में जा लगी थी, जिसमें वह बाल-बाल बचे थे, जिसके बाद ज्वालापुर कोतवाली में 27 जुलाई को इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराया गया था। वहीं कारोबारी पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस बदमाशों को पकड़ने का लगातार प्रयास कर ही रही थी कि 28 जुलाई को ज्वेलर्स कारोबारी से कुख्यात सुनील राठी के नाम पर 50 लाख की रंगदारी मांग कर पुलिस की नींद उड़ा दी थी। पुलिस आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी कर रही है।
हरिद्वार एसएसपी डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों का मुख्य सरगना प्रदीप चौहान एक पढ़ा लिखा युवक है जो इंड्रस्ट्रीज केमिस्ट्री से एमएससी करने के बाद बैंक क्लर्क के रूप में भी कार्य कर चुका है। और अपने अपराधिक गतिविधियों के कारण ही बैंक से निकाला जा चुका है प्रदीप चौहान एक शातिर किस्म का व्यक्ति है और जल्द पैसे कमाने के लालच में उसने इस घटना को अंजाम दिया है।