हरिद्वार: बीती 26 जुलाई को टिबड़ी में मिले युवती के कंकाल मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया। युवती की हत्या कर शव को झाडि़यों में फेंका गया था। मामले में पुलिस ने युवती के प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के मुताबिक बीते 26 जुलाई को रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के टिबड़ी में रोड़ किनारे झाडि़यों मेे पुलिस को एक कंकाल व कुछ कपड़े मिले थे। जिसके आधार पर युवती के कंकाल का पता चला। लेकिन कातिल तक पहुंचने से पहले पुलिस के सामने मृतका की पहचान बेहद जरूरी थी। जिसके लिए पुलिस ने आसपास के सभी थानों में किसी युवती की गुमशुदगी का पता कराया।

इसी बीच घटना के 4 दिन बाद रामप्रसाद पुत्र सलेखू हाल निवासी रावली महदूद द्वारा अपनी पुत्री रवीना की गुमशुदगी सिडकुल थाने में दर्ज कराई गई। जिसके बाद पुलिस की मृतका की पहचान को लेकर मुश्किल भी हल होती दिखी। इसके बाद जांच में जुटी कोतवाली रानीपुर, थाना सिड़कुल व सीआईयू हरिद्वार की संयुक्त टीम कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए आखिरकार कातिल प्रेमी तक जा पहुंची।

ऐसे हुआ हत्या का खुलासा

पुलिस टीम को जांच मेे पता चला कि मृतका व अभियुक्त के बीच बीते कई वर्षों से प्रेम सम्बन्ध थे। किन्तु अलग-अलग समुदाय से होने के कारण दोनों के परिजन शादी के खिलाफ थे। इसके बाद प्रेमी पुनीत ने फरवरी माह में किसी अन्य युवती से शादी कर ली थी और मृतका रवीना की भी सगाई हो चुकी थी, किन्तु शादी के बाद भी अभियुक्त पुनीत मृतका को कहीं और शादी करने से मना करते हुए प्रेम सम्बन्ध बनाने के लिए दबाव बना रहा था।

दबाव से तंग आकर मृतका ने पुराना सिम बदल दिया। इस पर पुनीत ने तैश में आकर रवीना को सुनसान जगह ले जाकर उसकी हत्या कर दी और शव झाडि़यों में फेंककर फरार हो गया।

मर्डर मिस्ट्री सुलझाने में जुटी पुलिस ने मृतका के पुराने सिम की सीडीआर से सामने आए तमाम किरदारों से अनेक दौर की पूछताछ के पश्चात सिड़कुल की एक कम्पनी में बतौर सुपरवाईजर काम कर रहे मृतका के प्रेमी पुनीत निवासी धामपुर बिजनौर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर अभियुक्त पुनीत ने सारी कहानी अपनी जुबानी उगल दी। और इस तरह पुलिस ने एक ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री को सुलझाकर मृतका को इंसाफ दिलाया।

आरोपी के कब्जे से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल तथा मृतका के विभिन्न पहचान पत्र भी बरामद कर लिए। गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ हत्या सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया जहा से उसे जेल भेज दिया गया है।