हरिद्वार: धनौरी, 9 सितम्बर 2025। धनौरी पी.जी. कॉलेज में यूकोस्ट द्वारा वित्तपोषित एवं आईटी सेल के तत्वावधान में एकदिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला का शीर्षक “ग्रामीण युवाओं के लिए डिजिटल साक्षरता और साइबर सुरक्षा जागरूकता” था। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को डिजिटल साक्षरता तथा साइबर सुरक्षा के महत्व के प्रति जागरूक करना और उन्हें डिजिटल युग की चुनौतियों का सामना करने हेतु तैयार करना रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.(डॉ.) विजय कुमार के उद्बोधन से हुई। उन्होंने विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा तथा डिजिटल साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डिजिटल ज्ञान के बिना आधुनिक शिक्षा अधूरी है और साइबर सुरक्षा के बिना यह असुरक्षित है।
इसी क्रम में धनौरी एन.आई.सी. स्कूल के प्रिंसिपल श्री बिजेंद्र कुमार जी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए शिक्षा और डिजिटल साक्षरता को समय की आवश्यकता बताया। उन्होंने कहा कि आज के युग में शिक्षा के साथ डिजिटल जानकारी प्रत्येक छात्र-छात्राओं के लिए अत्यंत आवश्यक है।
शिक्षा विभाग से डॉ. अलका सैनी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए छात्रों को साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया तथा इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग, पासवर्ड प्रबंधन और ऑनलाइन सतर्कता जैसे विषयों पर विशेष रूप से चर्चा की। कार्यक्रम में डॉ. महेश मनचंदा (प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, देहरादून) तथा साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ डॉ. सौमित्र चट्टोपाध्याय (ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, देहरादून) ने छात्रों को जागरूक करते हुए व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से डिजिटल सुरक्षा के उपाय समझाए।
कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. निधि शर्मा द्वारा किया गया और कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. अर्पित (आईटी सेल प्रभारी) तथा कार्यालय कर्मचारी श्री प्रशांत का विशेष सहयोग रहा। यह कार्यशाला ग्रामीण युवाओं को डिजिटल साक्षरता एवं साइबर सुरक्षा के महत्व के प्रति जागरूक करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण और सफल पहल साबित हुई।