जलवायु परिवर्तन आज के समय में एक ज्वलंत विषय है इस विषय पर चर्चा करने हेतु हरिद्वार जिला स्थित धनौरी पी.जी. कॉलेज, धनौरी में दिनांक 27 सितंबर, 2024 को भूगोल विभाग द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के प्रथम दिन का भव्य आयोजन किया गया।
दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का विषय “Social Impact and adaptation to Climate change in India” है।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के आदरणीय सचिव श्री आदेश कुमार जी, मुख्य अतिथि प्रोफेसर डॉ. बीरपाल सिंह, अतिथि प्रोफेसर डी.सी गोस्वामी, मुख्य वक्ता डॉ. पी.के. शर्मा, अतिथि डॉ. जगदीश कुमार, अतिथि डॉ. अनुराग शर्मा, महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर विजय कुमार, उप प्राचार्या डॉ. अलका सैनी तथा संगोष्ठी के संयोजक डॉ. राहुल कुमार की अध्यक्षता में मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष पुष्पाजंलि और दीप प्रज्वलन कर किया गया ।
तत्पश्चात छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति की गई। डॉ. राहुल कुमार ने इस संगोष्ठी के आयोजन के मुख्य उद्देश्य और जलवायु परिवर्तन पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि इसका हमारे स्वास्थ्य पर क्या-क्या प्रभाव पड़ रहा है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर वीरपाल सिंह जी ने संगोष्ठी में उपस्थित सभी प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि मानव जनजाति पर जलवायु परिवर्तन तथा ग्लोबल वार्मिंग अत्यधिक प्रभाव पड़ रहा है तथा किस प्रकार से ग्लोबल वार्मिंग गैस CO2 का नवीकरणीय ऊर्जा में उपयोग करके CO2 गैस को कम किया जा सकता है। प्लास्टिक तथा प्लास्टिक से बने उपकरणों का कम से कम उपयोग करना चाहिए।
प्रोफेसर दिनेश चंद्र गोस्वामी जी ने अपने वक्तव्य में बताया कि जलवायु परिवर्तन ग्लोबल वार्मिंग कृषि, भारतीय आर्थिक व्यवस्था और टूरिज्म को किस प्रकार प्रभावित कर रहे है।
डॉ. पी.के. शर्मा जी ने दैनिक जीवन में बैरोमीटर और थर्मामीटर की उपयोगिता के माध्यम से वैश्विक समस्या जलवायु परिवर्तन तथा ग्लोबल वार्मिंग से कैसे निपटा जाए उसके बारे में बताया।
डॉ. अनुराग शर्मा जी ने भी वैश्विक समस्या और उसके निवारण के मुख्य बिंदुओं पर पर प्रकाश डाला।
महाविद्यालय के सचिव श्री आदेश कुमार जी ने संगोष्ठी में उपस्थित सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए भविष्य में ऐसी संगोष्ठी का आयोजन की अपेक्षा जताई।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर विजय कुमार जी ने संगोष्ठी में आए सभी मुख्य अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया और अंत में संगोष्ठी संयोजक डॉ. राहुल कुमार ने संगोष्ठी मेंआमंत्रित सभी मुख्य अतिथियों का स्मृति चिन्ह देकर उनके प्रति सम्मान और आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. कल्पना भट्ट ने किया। संगोष्ठी के प्रथम दिवस पर कॉलेज के सहायक आचार्यों, गैरशैक्षणिक कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राए उपस्थित रहें।