हरिद्वार: 04 सितम्बर 2025: धनौरी पी.जी. कॉलेज, हरिद्वार में आंतरिक व्याख्यान माला (Internal Lecture Series) का शुभारंभ मुख्य सभागार में बड़े उत्साह के साथ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.(डॉ.) विजय कुमार ने किया।
प्राचार्य महोदय ने ही इस व्याख्यान माला का प्रथम व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए “व्याख्यान माला का प्रथम व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए “Environmental and Socio-Economic benefits of recycling of waste papers in India” विषय पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने विस्तार से बताया कि अपशिष्ट कागजों का पुनर्चक्रण पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी अत्यंत लाभकारी है। विषय पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने विस्तार से बताया कि अपशिष्ट कागजों का पुनर्चक्रण पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी अत्यंत लाभकारी है। साथ ही यह प्रक्रिया प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में भी मदद करती है।
इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि इस व्याख्यान माला का मुख्य उद्देश्य संस्थान में बौद्धिक वातावरण को और अधिक सुदृढ़ बनाना है। छोटे-छोटे 10–15 मिनट के व्याख्यानों के माध्यम से शिक्षकगण अपने अनुभव, शोध और ज्ञान को आपस में साझा कर सकेंगे। इससे विभागों के बीच अंतःविषय संवाद को बढ़ावा मिलेगा और नए विचारों व नवाचारों की प्रेरणा भी मिलेगी। वास्तव में, यह मंच अध्यापन को और अधिक जीवंत एवं प्रेरक बनाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण पहल है।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सचिव श्री आदेश सैनी जी ने भी सभी शिक्षकों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि – “ऐसी शैक्षणिक पहलें ही संस्थान की प्रगतिशील पहचान को मजबूत करती हैं और छात्रों व शिक्षकों दोनों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनती हैं।”
कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. निधि शर्मा एवं सुश्री मोनिका रानी द्वारा किया गया, जबकि तकनीकी सहयोग डॉ. अर्पित ने प्रदान किया।
सभी शिक्षकगणों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन न केवल शैक्षणिक स्तर को समृद्ध करते हैं, बल्कि संस्थान की प्रगतिशील सोच और अकादमिक वातावरण को भी नई ऊँचाइयों तक पहुँचाते हैं।