एनटीन्यूज़,हरिद्वार: बिल्केश्वर कालोनी के पास में मृत मिले युवक की हत्या लूट के इरादे से कबीर गेस्ट हाउस के कमरे में गेस्ट हाउस ठेके पर लेनेे वाले शख्स ने की थी।
जिसका खुलासा करते हुए कोतवाली नगर पुलिस ने शव को ठिकाने लगाने के मददगार गेस्ट हाउस के प्रबंधक सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि हत्या का मुख्य आरोपी फरार है।
जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश में जुटी है। पुलिस ने शव को ठिकाने लगाने में इस्तेमाल आटो भी बरामद कर लिया है लेेकिन मृतक की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पायी है। कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने लोगों की सूचना पर 5 सितम्बर की सुबह औद्योगिक क्षेत्र से एक अज्ञात युवक का शव बरामद किया था। जिसके हाथ पर अंकित उर्फ रोहित गुदा हुआ था। जिसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक की गला घोट कर हत्या का खुलासा हुआ था।
औद्योगिक चौकी प्रभारी मनोज शर्मा की ओर अज्ञात हत्यारे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर हत्या की जांच एसएसआई नंद किशोर ग्वाडी के सुपूर्द की गयी थी। विवेचक नंदकिशोर ग्वाडी ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों कोे खंगाला तो कैमरे में एक आटो की स्थिति संदिग्ध नजर आयी। जिसकी पहचान कराते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया।
इसी दौरान पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर एक संदिग्ध युवक को सीटी स्पोर्टस काॅम्प्लैक्स की पीछे टंकी नम्बर 6 के पास से दबोचा। पूछताछ के दौरान संदिग्ध ने अपना नाम अरूण कुमार बताते हुए खुलासा किया कि वह कबीर गेस्ट हाउस का प्रबंधक है, जोकि पिछले सात माह से वहां पर नौकरी करता है। कबीर गेस्ट हाउस को रमेश प्रधान ने ठेके पर ले रखा है।
3 सितम्बर की रात को एक अंकित नाम का युवक कबीर गेस्ट हाउस में आया था लेकिन उससे पूर्व वह सिंधु गेस्ट हाउस में गया था। जहां से रमेश प्रधान ने अंकित से पन्द्रह सौ रूपये लेकर कबीर गेस्ट हाउस भेजा था। युवक को उसने कमरा नम्बर 108 में ठहराया था। इस युवक के सम्बंध में रमेश प्रधान ने उसको बताया था कि उसके पास पैसा बहुत है। इसलिए बे वजह उसके कमरे में मत जाना। उसी रात करीब 1 बजे रमेश प्रधान कबीर गेस्ट हाउस में आया तब वह सिंघु गेस्ट हाउस में चला गया। रमेश प्रधान ने फोन कर पिंकी नाम की एक महिला को बुलाया और तडके 3 बजे रमेश प्रधान ने उसको जगाया और उससे पैसे लेकर पिंकी को देकर वहां से भेज दिया। इसके बाद रमेश प्रधान कबीर गेस्ट हाउस के कमरा नम्बर 108 में पहुंचा, जिसमें अंकित ठहरा हुआ था। कुछ देर बाद कमरे से अंकित के चीखने की आवाज सुनाई दी। इसी दौरान रमेश प्रधान नीचे आया और उसको सोने के लिए भेज दिया। अगले दिन सुबह जब कमरे में पहुंचा तो अंकित मृत पड़ा था।
इसी दौरान रमेश प्रधान भी कमरे में पहुंच गया और बोला पता नहीं कि अंकित कैसे मर गया और उसने शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाते हुए आटो चालक उमेश सैनी उर्फ मोहित, धेबी कन्हैया और किशोर को बुला लिया। रमेश प्रधान ने उनको पैसे का लालच देकर शव ठिकाने लगाने में मदद मांगी। योजना के तहत 05 सितम्बर की रात 2 बजे अंकित का शव को रमेश प्रधन, उमेश सैनी उर्फ मोहित, धेबी कन्हैया और किशोर ने आटो में डालकर बिल्केश्वर रोड के पास सड़क पर शव सड़क किनारे डाल दिया। उमेश सैनी ने नया गांव पहुंचकर आटो को खड़ा कर दिया।
पुलिस ने कबीर गेस्ट हाउस के प्रबंधक की निशानदेही से आटो चालक उमेश सैनी उर्फ मोहित, धेबी कन्हैया और किशोर को अलंकनदा घाट के पास से दबोच लिया। जिन्होंने पूछताछ के दौरान अंकित के शव को ठिकाने लगाने में रमेश प्रधान की मदद करने की बात स्वीकार की है। पुलिस ने उमेश सैनी की निशानदेही से शव ठिकाने लगाने में इस्तेमाल आटो व मृतक की शर्ट भी बरामद कर ली। लेकिन अंकित के हत्या का मुख्यारोपी फरार होने में कामयाब रहा लेकिन अभी तक मृतक की शिनाख्त नहीं हो पायी है। हत्यारोपी ने कबीर गेस्ट हाउस का रजिस्टर जिसमें मृतक की एंट्री की गयी थी वह गायब हैं और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी डिलीट की गयी है। पुलिस ने युवक की हत्या के मामले में कबीर गेस्ट हाउस के प्रबंधक अरूण कुमार पुत्र ओमप्रकाश निवासी मौ. मिर्जापुरा वसी कीरतपुर बिजनौर, उमेश सैनी उर्फ मोहित पुत्र कृपाल सिंह सैनी निवासी ग्राम धरा छजमलवाला रेहड बिजनौर हाल ग्राम नया गांव ज्वालापुर, किशोर पुत्र संजय अग्रवाल निवासी राजीव नगर, खाद गोदामद बजाज एजेंसी वाली गली ज्वालापुर और कन्हैया पुत्र देवी चंद निवासी हरिपुर कलां निकट आशाराम बापू के फ्लैट रायवाला देहरादून के खिलाफ सम्बन्धित धाराओं में मामला दर्ज करते हुए फरार मुख्य हत्यारोपी की तलाश शुरू कर दी है।
हत्या का खुलासा करने वाली टीम में कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह, एसएसआई नंदकिशोर ग्वाडी, औद्योगिक क्षेत्रा चैकी प्रभारी मनोज शर्मा, मायापुर चैकी प्रभारी संजीत कंडारी, रोडीबेलवाला चौकी प्रभारी पवन डिमरी, कांस्टेबल रविपंत, शशिकांत, सौरभ नौटियाल, राहुल धनिक, आनंद तोमर, मुकेश चौहान और दीप गौड मौजूद रहे।