Tuesday, September 16, 2025

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हरिद्वार: पेयजल कार्मिकों के संयुक्त मोर्चे का धरना प्रदर्शन, मांगे न मानने पर पूर्ण कार्य बहिष्कार की चेतावनी

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आज दिनांक 20.01.2024 को जल निगम जल संस्थान, संयुक्त मोर्चे का धरना कार्यालय अधिशासी अभियन्ता, अनुरक्षण शाखा (गंगा), उत्तराखण्ड जल संस्थान, जगजीतपुर-हरिद्वार में किया गया।

धरना प्रदर्शन कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री राजेश सिंह नेगी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी द्वारा तथा संचालन श्री गोविन्द प्रसाद गैरोला द्वारा किया गया।

शहरी विकास विभाग के अन्तर्गत संचालित पेयजल एवं सीवरेज कार्यो का निर्माण कार्य उत्तराखण्ड पेयजल निगम से न कराकर UUSDA द्वारा कराया जा रहा है और उसका संचालन कार्य भविष्य में उत्तराखण्ड जल संस्थान द्वारा न कराकर UUSDA द्वारा स्वयं अपने हाथो मे लिया जा रहा है उक्त कार्यवाही उत्तरप्रदेश जलापूर्ति एवं सम्भरण अधिनियम 1975 का स्पष्ट उल्लघन है।

शहरी विकास विभाग द्वारा निर्माण / संचालन विशेषज्ञ विभाग उत्तराखण्ड पेयजल निगम व उत्तराखण्ड जल संस्थान को खत्म करने की साजिश लगातार की जा रही है। जिसके विरोध में दिनांक 05.01.2024 एवं 11.01.2024 को धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम किया गया।

आज के धरना प्रदर्शन कार्यक्रम मे वक्ताओं ने एक मत से कहा कि एक ओर एकीकरण/राजकीयकरण शासन स्तर से विलम्ब होने से उत्तराखण्ड पेयजल विभाग के सभी अधिकारियों/कर्मचारियों मे निराशा है।

वहीं शहरी विकास विभाग के अन्तर्गत संचालित संस्था UUSDA के द्वारा मूल अभियांत्रिकी विभागों के कार्यक्षेत्र मे अतिक्रमण किये जाने से सभी कार्मिका अत्याधिक आक्रोश मे है।

जल निगम जल संस्थान संयुक्त मोर्चा के जनपद संयोजक कुमार गौरव ने अवगत कराया की शहरी विकास विभाग के अन्तर्गत संचालित UUSDA में कराये जा रहे कार्यों के निरीक्षण/पर्यवेक्षण हेतु सक्षम व आवश्यक तकनीकी अनुभवयुक्त अभियन्ता तैनात नही है अपितु अन्य विभाग से प्रतिनियुक्ति पर लाये गये अभियन्ता उक्त संस्था में कार्य कर रहे है उक्त संस्था के अन्तर्गत कार्यरत अधिकाशं अभियन्ता उनके द्वारा धारित पद के अनुरूप आवश्यक न्यूनतम तकनीकी अर्हता एवं सीवरेज / पेयजल का अनुभव नही रखते हैं।

परिणामत् उक्त संस्था द्वारा कराये जा रहे कार्यों की गुणवत्ता स्तरीय नही पायी गयी जिस कारण निर्माण कार्यों में लापरवाही व तकनीकी अज्ञानता के कारण जहाँ शासकीय धन की बर्बादी हो रही है वही अनियोजित एवं त्रुटिपूर्ण हानि निर्माण कार्यों के कारण आम जनता को हो रही असुविधा के कारण सरकार की छवि भी धुमिल हो रही है।

शासन द्वारा मोर्चे की मांगों का समाधान नही किया गया है अतः विवश होकर मोर्चा द्वारा एकमत से निम्न कार्यक्रम का निर्णय लिया गया-

1. दिनांक 21.01.2024 एवं 22.01.2024 को जनप्रतिनिधियों के माध्यम से शासन / सरकार को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा।

2. दिनांक 23.01.2024 एवं 24.01.2024 को पूरे उत्तराखण्ड स्थित सभी जल निगम / जल संस्थान के कार्मिकों / पेंशनरों द्वारा प्रातः 10:00 से 12:00 बजे तक धरना दिया जायेगा तथा ज्ञापन जिलाधिकारी महोदय, हरिद्वार के माध्यम से प्रेषित किया जायेगा।

3. दिनांक 25.01.2024 को सभी कार्मिको / पेन्शनरों द्वारा रेली का आयोजन किया जायेगा।

4. दिनांक 27.01.2024 तक मांगों का समाधान न होने पर पूर्णकालीन धरना दिया जायेगा और निर्माण कार्यों का पूर्ण बहिष्कार किया जायेगा। पेयजल व्यवस्था बाधित न हो तथा आम जनता को असुविधा न हो इसके दृष्टिगत संचालन कार्यों को प्रभावित नही किया जायेगा।

5. यदि दिनांक 31.01.2024 तक भी शासन / सरकार द्वारा मांगों का समाधान नहीं किया जाता है. तो इन परिस्थितियों में दिनांक 01.02.2024 को मोर्चे की बैठक की जायेगी जिसमे पूर्ण कार्यबहिष्कार किये जाने का निर्णय लिया जा सकता है।

इसी क्रम मे जल निगम जल संस्थान संयुक्त मोर्चा की जनपद कार्यकारणी का गठन किया गया, जिसमें निम्न पदाधिकारी नामित किये गये।

अध्यक्ष : शलभ मित्तल, कोषाध्यक्ष : गोविन्द प्रसाद गैरोला एवं अमित कुमार, सचिव : कुलदीप सिंह

बैठक में जल निगम, जल संस्थान मोर्चे के निम्न अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया

अरूण कुशवाह, नरेश पाल, कुमार गौरव, सुदामा प्रसाद, धन सिंह नेगी, शलभ मित्तल, सिंकदर चौहान, सुरेन्द्रजीत शर्मा, अनुराग शर्मा, अंचित पराशर, मदन सिंह, शीतल सिंह राठौर, गोविन्द प्रसाद गैरोला, अमित कुमार, श्यामा प्रसाद, नेहा गौड़, बैजन्ती आर्या, रशिम भण्डारी, छवि शर्मा, रघुवीर रावत, मंयक, मनीष, शिवांक सिंह सैनी, नरेश पाल, रामबाबू कुशवाह, अनिकेत शर्मा, आनन्द सिंह बिष्ट, जयपाल सिंह तोमर, मोहित जैन, सी०एस० कन्डवाल, रामकुमार, प्रियंका पोखरियाल, संजीव कुमार, अजय यादव, राहुल असवाल, सुनील मिश्रा, प्रीतम सैनी, मुनीश धीमान, रवि कुमार, संजय कुमार, प्रताप नेगी इत्यादि ।



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