- रमजान में देवदूत बनकर पहुंचे सिपाही व होमगार्ड ने बचाई युवक की जान
हरिद्वार: रुड़की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के बंदा रोड पर फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला खत्म करने जा रहे एक युवक के लिए कोतवाली रुड़की में तैनात कॉन्स्टेबल विकास त्यागी व होमगार्ड सुनील फरिश्ता साबित हुए। दोनों जवानों ने युवक की जान बचा ली। पुलिस से लेकर समाज का हर वर्ग उनकी सराहना कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक, कॉन्स्टेबल विकास त्यागी व होमगार्ड सुनील बीती रविवार की रात करीब 2 बजे गश्त करते हुए बंदा रोड के पास पहुंचे। जहां उन्हें अचानक एक घर से जोर-जोर से पुरुष व महिलाओं के रोने और चिल्लाने की आवाज आई। किसी अनहोनी की आशंका के चलते दोनों तुरंत उस घर में पहुंचे। उन्होंने जब घर के अंदर प्रवेश किया तो परिवार के लोग घबराहट में चीखते हुए इधर-उधर भागते नजर आए।
पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि उनके बेटे ने कमरे में फांसी लगा ली है और कमरा अंदर से बंद है। जिसे देख पूरा परिवार सहमा हुआ था। पता चला कि युवक अनस ने प्रथम तल पर स्थित अपने कमरे को अंदर से लॉक कर फांसी लगा ली है। दोनों जवानों ने तत्काल प्रथम तल पर जाकर खिड़की से देखा तो युवक फांसी के फंदे पर चुन्नी के सहारे लटका हुआ था। बिना समय गवाएं दोनों कर्मियों ने दरवाजा तोड़ा और कमरे में जाकर उसे नीचे उतारा। जिसके बाद उसे तत्काल सरकारी अस्पताल ले गए। समय से इलाज मिलने से अनस उम्र 18 वर्ष की जान बच गई। युवक अब अस्पताल से वापस अपने घर आ गया है और पूरी तरह से स्वस्थ है। युवक किस वजह से सुसाइड करने जा रहा था, इसका खुलासा अभी नहीं हुआ है।