हरिद्वार: कनखल थाना क्षेत्र अंतर्गत शंकराचार्य चौक के समीप तिरछे पुल पर एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो कार अनियंत्रित होकर रेलिंग तोड़ गंगा में जा गिरी। कार के गंगा में गिरने से वहां अफरा तफरी मच गई। बमुश्किल लोगों ने कार में सवार चार लोगों को नदी से बाहर निकाला।
बताया जा रहा हैं कि आसपास के लोगों को घटना की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी पुलिस को दी। कुछ साहसी राहगिरों व आसपास के लोगों ने गंगा में उतर कर कार में फंसे चार लोगों को बाहर निकाला। पुलिस के मौके पर पहुंचने पर चारों को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। लेकिन कार सवारों को मामूली चोट आने के बाद चिकित्सकों ने उनको उपचार देने के बाद छुट्टी दे दी। पुलिस के मुताबिक चारों ने रात को ही खुद गंगा से स्कॉर्पियों कार निकालवा कर चले गये।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात रूड़की की ओर से तेज रफ्तार से हरिद्वार की ओर आ रही काले रंग की स्कॉर्पियों कार शंकराचार्य चौक के पास तिरछे पुल पर पहुंची। इसी दौरान कार चालक का कार से अपना नियंत्रण खो बैठा और कार अनिंयत्रित होकर पुल की रेलिंग तोड़ते हुए गंगा में जा गिरी। कुछ साहसी लोगों ने गंगा में उतर कर कार में फंसे चार लोगों को बाहर निकाला, यह तो अच्छा हुआ उस समय गंगा जी में पानी कम था जिससे उनकी जान बाल बाल बच गई।पुलिस के मौके पर पहुंचने पर चारों स्कॉर्पियों कार सवारों को उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया। कार सवार चारों को मामूली चोट होने पर चिकित्सकों ने उनको उपचार के बाद छुट्टी दे दी।
कनखल थाना उपनिरीक्षक धनराम शर्मा ने बताया कि बीती देर रात तिरछे पुल की रेलिंग तोड़ते हुए गंगा में गिरी स्कॉर्पियों कार में सवार चारों लोगों को घटना में मामूली चोटे आयी।
चारों स्कॉर्पियों कार सवारों को उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया। कार सवार चारों को मामूली चोट होने पर चिकित्सकों ने उनको उपचार के बाद छुट्टी दे दी।
कनखल थाना उपनिरीक्षक धनराम शर्मा ने बताया कि बीती देर रात तिरछे पुल की रेलिंग तोड़ते हुए गंगा में गिरी स्कॉर्पियों कार में सवार चारों लोगों को घटना में मामूली चोटे आयी थी। जिनकी पहचान वरूण उम्र 28 वर्ष, प्रवीन उम्र 42 वर्ष, सुमित उम्र 26 वर्ष और गौरव उम्र 39 वर्ष निवासीगण मेरठ यूपी के तौर हुई थी। जिला अस्पताल से चिकित्सकों द्वारा उपचार देते हुए चारों को छुट्टी देने के बाद चारों ने खुद रात को ही गंगा से स्कॉर्पियों कार निकालवा कर चलते बने