हरिद्वार: मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रतीक जैन की अध्यक्षता में बुधवार को विकास भवन सभागार रोशनाबाद में जल जीवन एवं स्वच्छता मिशन योजना की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में अब तक हुई प्रगति-स्थापित ट्यूबवेल को विद्युत कनेक्शन दिया जाना, पाइप लाइन बिछाने के लिये की गयी रोड कटिंग के मामलों का निस्तारण, रिवाइज डीपीआर, रेट्रो फिटिंग, बजट के प्रकरण, जमीन से सम्बन्धित मामले आदि के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने अधिकारियों से अब तक कितना कार्य सम्पन्न किया जा चुका है, के सम्बन्ध में पूछने पर अधिकारियों ने बताया कि कार्य में निरन्तर तेजी से प्रगति हो रही है तथा हम लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर निरन्तर अग्रसर हैं। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्य में और तेजी लाई जाये तथा निरन्तरता बनाये रखें। उन्होंने अधिकारियों को ये भी निर्देश दिये कि जिस समय योजना तैयार हो रही थी, उस समय अगर कोई घर इस योजना से आच्छादित करने में छूट गये हों या नये घरों को इसमें जोड़ना है, तो उन्हें भी इसमें शामिल कर लें। इस पर अधिकारियों ने कहा कि ऐसे मामले शामिल कर लिये गये हैं।
मुख्य विकास अधिकारी ने बैठक में थर्ड पार्टी एजेंसियों के अधिकारियों से भी जल जीवन मिशन के अन्तर्गत उनके द्वारा लगाये गये मानव संसाधन आदि के सम्बन्ध में पूरी जानकारी ली तथा उन्हें निर्देश दिये कि वे फील्ड इंजीनियरों की संख्या को बढ़ाते हुये अपना एक आफिस हरिद्वार में स्थापित करना सुनिश्चित करें तथा जल जीवन मिशन के तहत हो रहे कार्यों की प्रतिदिन की थर्ड पार्टी रिपोर्ट मुझे प्रस्तुत करें, जिसके लिये टीम लीडर जिम्मेदार होंगे तथा वे कार्यदायी संस्था से सामंजस्य बनाये रखें।
बैठक में विद्युत सम्बन्धी प्रकरणों पर चर्चा करते हुये विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जल जीवन मिशन से सम्बन्धित कनेक्शन आदि दिये जाने के जो भी प्रकरण होते हैं, वे हमारी शीर्ष प्राथमिकता में होते हैं।
इस अवसर पर अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान श्री मदन सेन, अधिशासी अभियन्ता जल निगम श्री राजेश गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता जल निगम(अमृत योजना) श्री सी0पी0 गंगवार, लोक निर्माण, थर्ड पार्टी आडिट के पदाधिकारियों सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।