हरिद्वार: सातवी कक्षा के एक छात्र ने परिजन की निगाहों में खुद को निर्दोष साबित करने के लिए अपनी टयूशन शिक्षिका के खिलाफ ही ब्लैकमेलिंग का जाल बुन डाला।

बेहद ही सधे हुए अंदाज में शिक्षिका से आमना सामना होने पर भी मासूमियत का लबादा ओढ़े छात्र अपनी बात पर अडिग रहा, वो तो पुलिस ने सूझबूझ से कार्य लिया, वरना शिक्षिका का जेल जाना लगभग तय था।

हकीकत सामने आने पर पुलिस ने बेहद शातिर निकले छात्र ही नहीं बल्कि उसके परिजन को ही लताड़ पिलाई। उसके बाद छात्र के खिलाफ पुलिस एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए परिजन को सौंप दिया। हक्की बक्की रह गई शिक्षिका, उसके परिजन बार बार पुलिस का शुक्रिया अदा करते करते नहीं थके।

पूरा मामला कुछ यूं है। खड़खड़ी क्षेत्र के निवासी पेशे से कारोबारी के सातवीं कक्षा में अध्यनरत पुत्र ने अपने घर से पिछले कई दिनों से रकम उड़ाई। कारोबारी पिता को जब बेटे की करतूत पता चली तो बुधवार सुबह बेटा घर से गायब हो गया। ढूंढ शुरु हुई। हरिपुर कलां रायवाला में नाबालिग मिल गया। फिर परिजन के समक्ष बयां की गई किशोर की कहानी सुनकर सभी दंग रह गए।

किशोर ने अपनी टयूशन शिक्षिका पर ब्लैकमेलिंग का आरोप जड़ दिया। बताया कि शिक्षिका की रिश्तेदार लड़की उसकी कक्षा में अध्यनरत है। एक दिन शिक्षिका ने उसे उसके साथ देख लिया था, फिर शिक्षिका ने उसे डराते धमकाते हुए कहा कि किशोरी के साथ उसकी कोई मनगढ़त कहानी बनाकर परिजन को बता देगी।

अगर वह ऐसा न करें तो उसकी एवज में उसे पैसे देने होंगे। लिहाजा वह चोरी किए गए 91 हजार शिक्षिका को दे चुका है।

आनन फानन में परिजन छात्र को लेकर चौकी पहुंचे, तब भी वह अपनी बात पर डटा रहा। पुलिस तुरन्त शिक्षिका को चौकी ले आई। शिक्षिका से आमना सामना होने पर छात्र ने पूरी कहानी फिर से बयां कर दी।

शिक्षिका भी धनाढ्य परिवार से ताल्लुक रखती थी, लिहाजा पुलिस को संदेह हुआ। पुलिस ने जब पड़ताल शुरु की तब एक सीसीटीवी कैमरा मददगार साबित हुआ। फुटेज में किशोर मोटरसाइकिल पर फर्राटा भरते हुए दिखाई दिया।

पूछताछ पड़ताल हुई तब किशोर ने जुबां खोली। पुलिसिया पूछताछ में कबूला कि रकम उसी ने ही चोरी की थी और शौक पूरे करने में उड़ा दी है। एक मोटरसाइकिल खरीदी है।

यही नहीं बसंत पंचमी के पर्व पतंग और मांझा भी खरीदा था। पिज़्ज़ा बर्गर की दावत अपने दोस्तों के साथ उड़ाई। खड़खड़ी चौकी प्रभारी संजीत कंडारी ने बताया कि छात्र का पुलिस एक्ट के तहत चालान कर दिया गया है।