हरिद्वार: सरकार द्वारा लाए गए नए प्रावधान के विरोध में हरिद्वार के होटल व्यपारियो ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
होटल व्यापारी सरकार द्वारा 1000 रुपये से कम किराए के कमरों पर 12% जीएसटी के लाए गए प्रावधान व कांवड़ मेले में शिव मूर्ति से जीरो जोंन बनाने को लेकर नाराज हैं। सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए होटल व्यवसाईयों ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया। इसके बाद प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुएं सरकार के इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
बजट एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने बताया कि सरकार द्वारा लगातार होटल व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। जहां पहले 2 साल से बंद पड़े व्यापार से होटल व्यापारी अब उभरना शुरू हुए थे कि सरकार ने 1000 से किराए के कमरों पर 12 % जीएसटी व्यापारियों पर थोपने का निर्णय लिया है, जिससे होटल के व्यवसाय को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने सरकार से मांग करते की कि जो व्यवस्था पहले चल रही थी उसे ही लागू रखें, अन्यथा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने और मोर्चा खोलने के लिए व्यापारी बाध्य होंगे।
होटल एसोसिएशन के सदस्य विभास मिश्रा ने कहा कि सरकार अपनी मनमानी कर रही है। जो तरह तरह से होटल व्यापारियों का उत्पीड़न करने में तुली हुई है। 2 साल बाद जाकर अब व्यापार पटरी पर आया था, लेकिन सरकार को शायद यह मंजूर नहीं है।
यही कारण है कि सरकार ने एक बार फिर 1000 से कम किराए के क मरों पर 12 % जीएसटी लगाया है। इतना ही नहीं कांवड़ के दौरान शिव मूर्ति से जीरो जोन शुरू कर दिया है, जिससे शहर के बीच में यात्री भी नहीं आ पा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन निर्णयों को वापस लेने की मांग की।