हरिद्वार: नील पर्वत पर स्थित चंडी देवी मंदिर में हाईकोर्ट ने जेल में बंद महंत रोहित गिरी पक्ष के लोगों के मंदिर प्रवेश पर रोक लगा दी है।
पिछले दिनों पंजाब की एक महिला से छेड़-छाड़ मामले में महंत रोहित गिरी की गिरफ्तारी के बाद उनके बेटे का आनन-फानन में पट्टाभिषेक कर दिया गया था। विवाद को देखते हुए नैनीताल हाईकोर्ट ने मंदिर का प्रबंधन बद्री केदार मंदिर समिति को सौंप दिया है।
सूत्रों ने बताया कि जल्द ही बद्री केदार मंदिर समिति पदाधिकारी मंदिर पहुंचकर व्यवस्थाएं अपने हाथ में ले लेंगे। उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट के आदेश पर हरकी पैड़ी, मंशादेवी, चंडीदेवी मंदिर में दान और चढ़ावे में पारदर्शिता रखने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ हरिद्वार की एक प्रशासनिक कमेटी का गठन किया गया था। जिसके निर्देशानुसार मंदिर में चढ़ावे के स्थान और दानपात्र कैमरों की निगरानी में होने चाहिए साथ ही सभी दान व चंदा रसीदें प्रशासनिक कमेटी से सत्यापित और प्रमाणित होनी चाहिए लेकिन यहां इसका भी पालन नहीं हो रहा है।